भोपाल: किसानों के लंबे संघर्ष और विरोध के बाद आज आखिरकार उन्हें ख़ुशी मिली है। जी दरअसल आज केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) ने तीनो नए कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। PM नरेंद्र मोदी के ऐलान के बाद मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने PM मोदी को धन्यवाद दिया है। इसी के साथ उन्होंने यह स्वीकार किया है कि बीजेपी किसानों को कृषि कानूनों को समझाने में असमर्थ रही।
ये बोल है मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री जी के…
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) November 19, 2021
रस्सी जल गयी लेकिन बल नही गया…
अब कह रहे है कि पंजाब- हरियाणा- यूपी और कुछ किसान संगठन किसानो को भड़का रहे थे , हम उन्हें समझा नही पाये इसलिये मोदी जी ने उनसे माफ़ी माँगी और यह क़ानून वापस ले लिये…
अभी भी सच स्वीकार नही रहे है… pic.twitter.com/Ido4LAsxkk
आप देख सकते हैं उन्होंने एक बयान में कहा, 'पीएम मोदी ने आज गुरुनानक जयंती पर कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है, इसके लिए मैं पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को धन्यवाद देता हूं। पंजाब, उत्तर प्रदेश औऱ हरियाणा के कई किसान संगठनों ने किसानों को भड़काया, जिसके चलते विरोध बढ़ता गया। पीएम मोदी के नेतृत्व में हम भी किसानों को समझाने में असमर्थ रहे, इसलिए आज पीएम मोदी ने क्षमा मांगते हुए तीनों कानूनों का वापस लेने का फैसला लिया है, हालांकि भारत सरकार ने किसानों के हित में हमेशा बड़े फैसले लिए है और मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने भी हमेशा योजनाओं का लाभ दिया गया है। मोदी सरकार ने किसानों के हित में यह फैसला लिया है।' वहीं दूसरी तरफ कमल पटेल के इस बयान पर कांग्रेस मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट किया है।
उन्होंने ट्वीट में लिखा है, 'ये बोल है मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री जी के…रस्सी जल गयी लेकिन बल नही गया। अब कह रहे है कि पंजाब- हरियाणा- यूपी और कुछ किसान संगठन किसानो को भड़का रहे थे, हम उन्हें समझा नही पाये इसलिये मोदी जी ने उनसे माफ़ी माँगी और यह क़ानून वापस ले लिये, अभी भी सच स्वीकार नही रहे है।'
इस दिन रिलीज होगी अनुपम खेर और मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’
कृषि कानून रद्द हुए, अब धारा 370 बहाल कराने और CAA रद्द कराने की बारी ?