भोपाल : एक ओर मध्यप्रदेश किसान आंदोलन के कारण जल रहा है. सीएम शिवराज सिंह चौहान उपवास पर बैठ गए हैं. इन नई परिस्थितियों में राज्य के कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन का नया बयान सामने आया है. जिसमें कृषि मंत्री ने पिछले बयान से यू टर्न लेते हुए कहा है कि किसानों की कर्ज माफी की कोई बात ही नहीं बनती. जब किसान ने ब्याज ही नहीं लिया तो कैसी कर्जमाफी. बिसेन के अनुसार ऐसी कर्जमाफी का मतलब मेहनती किसानों को सजा देना है, इसमें पैसा ना चुकाने वाले किसानों को फायदा मिलता है.
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में अशांति के बीच बिसेन का यह बयान राज्य सरकार के लिए नई मुसीबत खड़ी कर सकता है. इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भेल के दशहरा मैदान अनिश्चितकालीन उपवास शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री सिर्फ नींबू पानी पीकर उपवास करेंगे. रात्रि विश्राम भी वे दशहरा मैदान पर ही करेंगे. इसके लिए मंच के पीछे एक कमरा बनाया गया है. पंडाल फिलहाल 60 गुणा 200 वर्गफीट का बनाया जा रहा है लेकिन इसे बाद में बढ़ाया जा सकता है.
बता दें कि उपवास पर बैठने से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी सरकार को किसानों की हमदर्द सरकार बताते हुए किसानों एवं संगठनों को दशहरा मैदान में अपने प्रतिनिधि मंडलों के साथ चर्चा का आह्वान किया , ताकि किसानों की समस्याओं का समाधान हो सके.
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