भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि रिकवरी रेट तेजी से बढ़ रहा है और पॉजिटिविटी रेट कम हो रहा है। इसी के साथ उन्होंने बीते कल ही जनता को सम्बोधित करते हुए ऑक्सीजन और इंजेक्शन के मामले में क्षमा मांग ली है।इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा है कि लड़ाई लंबी है। इन सभी बातों को देखते हुए हम आपको यह भी बता दें कि सरकारी रिपोर्ट के अनुसार खतरनाक स्थिति वाले जिलों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है। वहीं कोरोनावायरस को कंट्रोल में रखने वाले जिलों की संख्या घटकर 6 रह गई है।
बताया जा रहा है इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, सागर, खरगोन, रतलाम, रीवा, बैतूल, विदिशा, धार, सतना, होशंगाबाद, बड़वानी, शिवपुरी, कटनी, शहडोल, बालाघाट, सीहोर, झाबुआ, रायसेन, राजगढ़, मुरैना, छतरपुर, सिंगरौली, सीधी, टीकमगढ़ और दतिया ऐसे जिले हैं जहां कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 1000 से अधिक चल रही है। जी दरअसल इंदौर में 12000, भोपाल 12000, ग्वालियर 9000 और जबलपुर 5000 से अधिक के साथ सबसे खतरनाक स्थिति में है।
वहीँ आगर मालवा, बुरहानपुर, भिंड, खंडवा, छिंदवाड़ा और देवास मध्यप्रदेश के ऐसे जिले हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 500 से कम है। आपको बता दें कि इनमें से बुरहानपुर एकमात्र ऐसा जिला है जहां एक्टिव केस की संख्या 200 से कम है। ऐसा कहा जा सकता है कि इन जिलों में कलेक्टर एवं तमाम कोरोना कंट्रोल टीम सफलतापूर्वक काम कर रही है। हालाँकि अब स्थिति कहीं ना कहीं कंट्रोल में आती नजर आ रही है लेकिन कब क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है।
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