भोपाल: वर्ष 2023 के अंत में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। चुनावों को लेकर दोनों ही दल भाजपा एवं कांग्रेस पुरजोर तरीके से मैदान में आ गए हैं तो वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं पीसीसी चीफ कमलनाथ एक दूसरे के खिलाफ मुखर हो गए हैं। इधर, भोपाल में चल रही रामकथा के कथावाचक जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने व्यास पीठ से मुख्यमंत्री शिवराज के समक्ष कह दिया है कि कुर्सी आपको ही मिलेगी, मैं कुर्सी दिलाने के लिए तैयार हूं, मैंने पूरी रणनीति बना ली है।
बता दें कि कथावाचक जगद्गुरु रामभद्राचार्य बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के गुरु हैं। बता दें राजधानी भोपाल में जगद्गुरु रामभद्राचार्य की रामकथा का आयोजन चल रहा था। मंगलवार को कथा का समापन हुआ। समापन अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पत्नी साधना सिंह चौहान के साथ कथा स्थल पर पहुंचे। मुख्यमंत्री भक्तों को संबोधित कर रहे थे, मुख्यमंत्री के संबोधन के समाप्त होते ही भक्तों ने भोपाल को भोजपाल करने की मांग दोहराई, जिस पर मुख्यमंत्री ने मुस्कुराते हुए कहा कि प्रस्ताव भेजा जाएगा, आप जानते हो कि अकेला मैं नहीं कर सकता।
वही जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने उमा भारती से मुलाकात को लेकर बोला कि उमाजी मेरी छोटी बहन हैं। बहुत प्यारी और लाड़ली बहन हैं। उन्होंने मुझसे बोला कि था कि हमारे भाई शिवराज सिंह चौहान को फिर आशीर्वाद दीजिए कि वे फिर सीएम बनें। कथा के चलते रामभद्राचार्य ने कहा, अगले वर्ष 14 जनवरी को मेरा 75वां जन्मोत्सव होगा। इसका आमंत्रण मैं साधना जी एवं शिवराज जी को दे रहा हूं। इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आपका जन्मोत्सव धूमधाम से मनाएंगे, हम भी उस आयोजन में आएंगे। इधर गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि अगला चुनाव जीतने पर मैं आपके शपथ ग्रहण में आउंगा तथा आपका तिलक करुंगा।
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