भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में कई बड़े नेताओं के टिकिट काटे गए हैं। टिकिट कटने को लेकर भाजपा के यह बड़े नेता नाराज हो गए हैं और पार्टी में चारों ओर घमासन मच गया है। नेता खुले आम भाजपा को चुनौती दे रहे हैं। कई नेताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा भी कर दी, तो कई नेताओं ने कहा कि पार्टी को चुनावों में इसका खामियाजा भुगतना होगा। कुल मिलाकर जो स्थिति है, उसे देखकर तो यही कहा जा सकता है कि भाजपा की राह आसान नहीं होगी।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018: बीजेपी ने जारी की उम्मीदवारों की लिस्ट
सूत्रों के अनुसार, भाजपा की सबसे ज्यादा बगावत नरसिंहपुर जिले में हो रही हैं। यहां से भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए नेता संजय शर्मा ने करीब 4000 कार्यकर्ताओं को कांग्रेस में शामिल करवाया है। इससे भाजपा के लिए इस जिले में खासी परेशानी खड़ी हो गई है। वहीं रीवा जिले में भी भाजपा के दिग्गज नेता रामोराम गुप्ता ने भाजपा का साथ छोड़ दिया है। रामोराम गुप्ता संघ पृष्ठभूमि के नेता हैं। इसके अलावा सिंगरौली से भी विरोध के स्वर फूट रहे हैं। सिंगरौली से पूर्व मंत्री जगन्नाथ सिंह की बहू राधा सिंह ने भी टिकिट न मिलने पर भाजपा से किनारा कर लिया है। राधा सिंह अपने लिए चितरंगी विधानसभा क्षेत्र से टिकिट मांग रही थीं।
मैं केवल निमित्त मात्र, जनता ही लड़ रही है चुनाव : राकेश गिरी
यहां भी हो रहा विरोध
सागर से शैलेंद्र जैन को भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है, तो पार्टी के नेता मुकेश जैन ढाना ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। वहीं भाजपा के निष्कासित नेता श्यामसिंह मीणा भोपाल की हुजूर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं, तो पूर्व विधायक जितेंद्र डागा भी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा विदिशा में भाजपा प्रत्याशी मुकेश टंडन का जबरदस्त विरोध हो रहा है। सीहोर से भाजपा ने पूर्व विधायक रमेश सक्सेना की पत्नी ऊषा सक्सेना का टिकिट काटकर निर्दलीय विधायक सुदेश राय को टिकिट दिया है। अब ऊषा सक्सेना निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी हैं।
खबरें और भी
मध्यप्रदेश चुनाव 2018: शिवराज को बड़ा झटका, साले संजय सिंह हुए कांग्रेस में शामिल
पिछले चुनाव में हारने वाले सात विधायकों पर बीजेपी ने इस बार भी लगाया दांव
टिकिट कटने पर गुस्से से लाल हुए बीजेपी विधायक, कह दी इतनी बड़ी बात