भोपाल : मंदसौर में किसान आंदोलन में पुलिस की गोलीबारी में मारे गए पांच किसानों की मौत से कांग्रेस को जबरदस्त मुद्दा मिल गया है.अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए भोपाल में सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का तीन दिवसीय सत्याग्रह को शिवराज को चुनौती देने के लिए तैयार किया माना जा रहा है. हालांकि सिंधिया का कहना है कि वो कुर्सी के लिए ये सब नहीं कर रहे हैं.
देश में राजशाही खत्म हो गई है फिर भी राज्य के सिंधिया समर्थक उन्हें महाराज कहकर ही पुकारते हैं. हालाँकि सिंधिया के इस सत्याग्रह में सादगी दिखाने का प्रयास किया गया है, .क्योंकि उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान के 28 घंटे के उपवास को 5 स्टार उपवास बताया था.भोपाल के टीटी नगर दशहरा ग्राउंड में भव्य पंडाल लगाया गया है. इसमें करीब साढ़े तीन हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है. तीन फीट के मंच पर भी 250 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कल रात तंबू के नीचे काटी.
भले ही कांग्रेस इस सत्याग्रह के जरिये पार्टी को किसानों का हितैषी बताने की कोशिश करे लेकिन यह तो जनता भी समझ रही है कि यह सत्याग्रह अगले वर्ष होने वाले विधान सभा चुनाव को देखते ही किया जा रहा है. जबकि सिंधिया ने कहा है कि वो कुर्सी के लिए ये सब नहीं कर रहे हैं.17 जून तक चलने वाले इस सत्याग्रह में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जैसे कांग्रेस के दिग्गज नेता भी शामिल होंगे.
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