'गुड्डी' राज्य स्तरीय महिला जन जागरूकता अभियान 'सम्मान' के लिए शुभंकर मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा विकसित किया गया है। गुड्डी 16 साल की लड़की है और सामाजिक रूप से जागरूक और अपने अधिकारों के प्रति जागरूक है। वह सही और गलत में अंतर करने में सक्षम है। वह किसी के बहला-फुसलाकर नहीं मिलती। गुड्डी का चरित्र 14 से 18 वर्ष आयु वर्ग की लड़कियों की तुलना में आसानी पैदा करने के इरादे से विकसित किया गया है और वह खुद को उस चरित्र से संबंधित कर सकती है।
मध्य प्रदेश में महिलाओं से संबंधित अपराधों के विश्लेषण में यह पाया गया कि सबसे अधिक प्रवण आयु वर्ग की लड़की 14 से 16 वर्ष की आयु वर्ग में होती है और ज्यादातर यौन अपराधों की शिकार होती है। विश्लेषण में यह पाया गया कि इस प्रवण आयु वर्ग को कुल अपहरण अपराधों का सबसे अधिक और लगभग 70 प्रतिशत, बलात्कार के कुल मामलों का लगभग 55 प्रतिशत और मानव तस्करी के कुल मामलों का लगभग 52 प्रतिशत इस आयु वर्ग द्वारा सामना करना पड़ रहा है। इस उम्र की लड़कियां साइबर अपराधों, मानव तस्करी गिरोहों की शिकार भी हो जाते हैं।
इस उम्र में लड़कियां किशोरावस्था से ही यौवन में प्रवेश करती हैं और एक तरह से स्वतंत्र भी हो जाती हैं। इसी मकसद से 16 साल के शुभंकर को मध्य प्रदेश पुलिस ने दिल्ली स्थित कार्टूनिस्ट जयतो के सहयोग से बनाया था, जो टिंकल, टारगेट और हिंदुस्तान टाइम्स में काम कर चुके हैं। सरल पोस्टरों के माध्यम से विभिन्न स्थितियों को दर्शाया गया है ताकि उस उम्र की लड़कियां उन स्थितियों से खुद को पहचान सकें और समझ विकसित कर सकें। पोस्टर में यह प्रदर्शित किया गया है कि 'गुड्डी' खुद को बचाकर किसी के जाल में न फंसती। गुड्डी के साथ 'भइया अंकल', 'लोमड़ी आंटी' और 'डॉस्ट रानी' भी पोस्टर में दिखाई दे रहे हैं।
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