लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के बीच सियासत प्रांरभ हो गई है. यह सियासत दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों की वापसी के खर्च पर शुरू हुई है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद तंज कसते हुए कहा कि 'अरे नेताजी थोड़ा' समाचार पढ़ लिया कीजिए, या अपने सलाहकारों को बदलिए, जो आप को सही जानकारी नहीं देते. दूसरे राज्यों में फंसे श्रमिकों को सरकारी खर्चे पर वापस लाने का काम मप्र पहले ही शुरू कर चुका है. उन्होंने दिवंगत अभिनेता ऋषि कपूर की फिल्म के गाने 'मैं देर करता नहीं, देर हो जाती है..' का जिक्र भी कर दिया.
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सोमवार को इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री चौहान ने एक साथ आधा दर्जन ट्वीट कर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को भी निशाने पर ले लिया. दरअसल, कमल नाथ ने एक बयान जारी कर यह घोषणा की थी कि काम की तलाश में अन्य राज्यों में गए मजदूरों को वापस लाने पर होने वाले खर्च की राशि मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी उपलब्ध कराएगी.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मजदूर ट्रेन से आएं या बसों से, कांग्रेस कमेटी उनके आने का खर्चा उठाएगी. उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा लिए गए इस फैसले का स्वागत किया और कहा कि मध्य प्रदेश के प्रवासी मजदूरों के खर्च को मप्र कांग्रेस कमेटी देगी.
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