भरतपुर: भरतपुर से पहली बार सांसद बनीं 42 वर्षीय रंजीता कोली इस समु मुश्किल में है और इसी मुश्किल के चलते उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली है. इस सुरक्षा के मिलने के पीछे की वजह उनकी जान को खतरा माना जा रहा है। जी दरअसल उन पर जानलेवा हमला और धमकी देने के मामले सामने आ चुके हैं। इन्ही मामलों को देखते हुए उन्हें वाई श्रेणी सुरक्षा दी गई है. आपको बता दें कि इस सुरक्षा में देश के वो वीआईपी लोग आते हैं जिनको इसके तहत 11 सुरक्षाकर्मी मिले होते हैं। इनमें 1 या 2 कमांडो और 2 पीएसओ भी शामिल होते हैं। अब सवाल यह उठता है कि भरतपुर सांसद रंजीता कोली पर कौन हमले कर रहा है? कौन इन्हें जान से मारने की धमकी दे रहा है? आपको बता दें कि इस बारे में अब तक तो पता नहीं चल पाया है।
वहीं पूर्व के मामलों की जांच भी एसआईटी कर रही है। बीते 9 नवंबर 2021 को सांसद रंजीता कोली के घर बाहर पत्थर फैंके गए और फायरिंग की गई. इसके अलावा उन्हें एक धमकी भरा पत्र भी मिला। केवल यही नहीं बल्कि दीवार पर टाइपशुदा धमकीभरा पत्र व जिंदा कारतूस चस्पा कर गए। यह सब देखने के बाद सांसद कोली की तबीयत बिगड़ गई थी और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा था। वहीं इस मामले में खुद राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर बताया था कि 'भरतपुर सांसद श्रीमती रंजीता कोली से फोन पर बात कर कुशलक्षेम जानी। साथ ही डीजीपी, प्रमुख सचिव, गृह विभाग को निर्देशित किया है कि घटना की पूरी जांच कर सख्त कार्रवाई की जाए। घटना की जांच के लिए जयपुर से SOG की टीम भरतपुर जाकर घटना की जांच करेगी।'
आप सभी को बता दें कि 9 नवंबर को सांसद कोली को मिले धमकीभरे पत्र में लिखा गया कि 'दलित हैं दलित बनकर रहे हैं तू मानेगी नहीं ना आते ही सांसद गिरी हम निकालते हैं। देखें तरे को एक बार पहले ही छोड़ दिया तो नहीं मानी तेरी औकात में रह जा तेरी औकात है ना तेरा अंबेडकर बाबा साहब तेरे को बचाएगा। ना मोदी ना शाह तू जितना हवा में उड़ रही है ना अब तू कर हमारे लिए कुछ तेरे को हम बताते हैं। यह खाली ट्रेलर है। अगली बार तेरे इतनी गोली होंगी। देख तेरे को कौन बचाता है। अब मरने के लिए तैयार। तू जितनी हवा में उड़ने इतना उड़ गई। अब देखते हैं तेरे को कौन बचाता है। लगा ले जितनी ताकत लगानी है। अभी किसी का भी बाप तेरे को बचाने है ना तो देख लियो.' वहीं अब इस मामले की जांच जारी है.
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