भोपाल: भारत के उत्तर-पूर्वी भाग में दक्षिण-पश्चिम मानसून पूरी तरह से एक्टिव हो चुका है। उत्तरी एवं पश्चिमी भारत के उच्च पर्वतीय इलाकों के साथ ही मैदानी क्षेत्रों में भी भारी वर्षा हो रही है। इससे छोटी-बड़ी नदियां उफना गई हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने मध्य प्रदेश में भी भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान जताया है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, राज्य के सभी संभागों में तेज वर्षा होगी। मध्य प्रदेश में मानसून के प्रभावी होने के कारण मौसमी दशाओं में परिवर्तन आया है। इसका प्रभाव हर तरफ देखा जा रहा है। आगामी दिनों में मानसून के और अधिक प्रभावी होने की संभावना जताई गई है।
मध्य प्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो चुका है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने ताजा अपडेट जारी किया है। मौसम विभाग ने राज्य के सभी चारों संभागों में मूसलाधार बारिश होने की संभावना व्यक्त की है। IMD के मुताबिक, मध्य प्रदेश के जबलपुर, नर्मदापुरम, भोपाल एवं इंदौर से लगते क्षेत्रों में भारी वर्षा होने के आसार हैं। इसके अतिरिक्त शेष संभागों में मध्यम वर्षा होने का पूर्वानुमान जताया गया है। बता दें कि प्रदेश के कई भागों में बीते कुछ दिनों से निरंतर बारिश रिकॉर्ड की जा रही है। ऐसे में मूसलाधार वर्षा होने से आम जनजीवन के प्रभावित होने की बात भी कही जा रही है। मौसम विभाग का कहना है कि राज्य में आने वाले दो से तीन दिनों में मानसून और अधिक मजबूत होगा।
वही भारी वर्षा के चलते नदी, तालाब, डैम सब लबालब हैं। पानी की भरपूर आवक होने से बाढ़ जैसे स्थिति बनने लगी हैं। कहीं पानी का बहाव तेज हो गया है, तो कहीं पुल-पुलियाओं के ऊपर से पानी निकलने लगा है। छोटी नदियों और नालों के उफनाने से हालात और भी बदतर हो गए हैं। इसके बड़ा भी पर्यटक ऐसे स्थानों पर जा रहे हैं, जहां खतरा ही खतरा है। राज्य के कुछ क्षेत्रों से पर्यटकों के तेज बहाव में बहने की घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं।
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