नई दिल्ली: यमुना के जलग्रहण को लेकर पहले ही बहुत विवाद हो चुका हैं ऐसे में राष्ट्रपति का कार्यक्रम में हिस्सा न लेना एक और चर्चा का विषय बन चुकी हैं. ये कार्यक्रम आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा शुक्रवार से आयोजित होने वाले तीन दिवसीय संस्कृति महोत्सव के आयोजन को लेकर पर्यावरण संबंधी चिंताओं के चलते कुछ विवाद उत्पन्न हो रहे हैं.
खबर हैं की इस कार्यक्रम का शुभारंभ शुक्रवार को मोदी जी करेंगे और रविवार के दिन समापन उत्सव में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी जाने वाले थे, किन्तु उनके एक अधिकारी नें इस बात की अधिकारिक पुष्टि कर दी हैं. कि प्रणव मुखर्जी अपरिहार्य कारणों की वजह से सम्मलेन में भाग नही ले पाएंगे.
कुछ पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण में याचिका दाखिल कर आयोजन पर रोक लगाने की मांग की है. उनका दावा है कि इससे यमुना के जलग्रहण क्षेत्र पर गहरा असर पड सकता है. इसके बाद से आयोजन को लेकर काफी आलोचनाएं हो रहीं हैं.
इस कार्यक्रम को लेकर अधिकारिक फैसला कल हो सकता हैं आयोजकों को इस समारोह में 35 लाख लोगों के हिस्सा लेने की उम्मीद है. विशेषज्ञों नें इस यमुना जलसंग्रहण को गलत कदम बताया हैं. विशेषज्ञों के अनुसार इससे नदिया प्रदूषित होंगी.