भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला मुकाबला जीत लिया है. मैच में भारत ने डकवर्थ लुइस मैथड के आधार पर जीत दर्ज की थी क्योकि बारिश के आने के कारण ऑस्ट्रेलिया को संशोधित लक्ष्य मिला था, जिसे ऑस्ट्रेलिया टीम प्राप्त नहीं कर पाई. मैच में एक बार फिर से धोनी ने धमाल कर दिखाया और आलोचकों को बल्ले से जबाब दिया. माही ने भारत को एक बार फिर से संकट के समय में संकट मोचन बन संकट से बाहर निकाला. पूर्व कप्तान गांगुली का मानना है कि इसमें विराट कोहली की भी अहम् भूमिका रही है.
इंडिया टुडे से बात करते हुए पूर्व कप्तान ने कहा कि यह विराट कोहली का विश्वास ही है, जो धोनी के खेल में इतना बदलाव दिख रहा है. उन्होंने कहा, '' जब आप काफी लंबे समय तक खेल लेते हो, जैसे धोनी 300 वनडे से ज्यादा खेल चुके हैं. 9000 से अधिक रन बना चुके हो तो कप्तान का विश्वास होना काफी जरूरी है. कोहली ने धोनी को पूरा विश्वास दिलाया कि वह जैसा चाहे वैसा खेल सकते हैं''. सौरव ने कहा कि कप्तान का सीनियर खिलाड़ी के प्रति विश्वास होना धोनी की इस साल की सफलता का राज है.
पहले मैच में धोनी ने 79 रनों की पारी मुश्किल समय में खेली और भारत को सम्मान जनक स्कोर तक पहुंचाया. इसमें उन्होंने 66वां अर्धशतक लगाया, धोनी ने (टेस्ट में 33, वनडे में 66 और टी-20 इंटरनेशनल में 1) में टोटल 100 अर्धशतक लगाए है. इसके साथ ही धोनी इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 फिफ्टी वाले चौथे भारतीय बल्लेबाज बन गए. उनसे पहले सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली ने इस आंकड़े को छुआ है. वैसे इंटरनेशनल क्रिकेट में धोनी यह उपलब्धि हासिल करने वाले 14वें बल्लेबाज हैं.
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