नई दिल्लीः सरकारी क्षेत्र की टेलीकॉम कंपनी एमटीएनएल नकदी संकट से जुझ रही है। कंपनी के कर्मचारियों को दो महीने की सैलरी अब तक नहीं मिल पाई है। कर्मचारियों को जुलाई और अगस्त का वेतन नहीं मिला है। इस संबंध में कंपनी के सीएमडी सुनील कुमार ने गुरुवार को कहा कि हम कर्मचारियों की सैलरी या उसके एक हिस्से का भुगतान जल्द-से-जल्द सुनिश्चित करने को गंभीरता से कोशिश कर रहे हैं। हाल में एमटीएनएल के सीएमडी का अतिरिक्त प्रभार संभालने वाले कुमार ने कहा, 'जुलाई और अगस्त के वेतन बकाया हैं। हमने जून तक की सैलरी का भुगतान किया है।’ हालांकि, कुमार ने स्पष्ट तौर पर यह नहीं बताया कि बकाये वेतन का भुगतान कब तक किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हम ईमानदारी से इसका प्रयास कर रहे हैं। हमारी कोशिश है कि जल्द कम से कम एक महीने का वेतन जारी कर दिया जाए। केवल एमटीएनएल ही नहीं बल्कि पब्लिक सेक्टर की एक और टेलिकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड को भी स्टाफ की सैलरी देने में दिक्कत पेश आ रही है। बीएसएनएल के एक सीनियर अधिकारी ने 30 अगस्त को स्वीकार किया था कि कंपनी को अगस्त का वेतन देने में दिक्कत हो रही है। ऑल इंडिया यूनियन्स एंड एसोसिएशन्स ऑफ भारत संचार निगम लिमिटेड (एयूएबी) के कंवेनर पी अभिमन्यू ने कहा था कि उनका संगठन अपनी मांगों को पूरा करने को दबाव डालने के लिए देशव्यापी आंदोलन शुरू करने की योजना बना रहा है। एमटीएनएल मुंबई और दिल्ली सर्किल में सेवाएं प्रदान करती है। बीएसएनएल और एमटीएनएल को मर्ज करने की बात भी चल रही है।
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