नई दिल्ली: कोरोना महामारी को दुनिया भर में कहर मचाते हुए 1.5 साल से अधिक समय हो चुका है. ये वायरस दुनिया से खत्म होने कि जगह, उलटा और अधिक खतरनाक होता जा रहा है. इसके पीछे कारण है वायरस के अलग-अलग वेरिएंट का सामने आना. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अब एक और नए कोरोना वेरिएंट पर निगाह रखना शुरू कर दिया है.
म्यू (Mu Variant) नाम के B.1.621 वेरिएंट का पहली बार इस साल जनवरी में सामने आया था. इस वेरिएंट से जुड़े हुए चार हजार केस दुनिया के 40 से अधिक देशों में दर्ज किए जा चुके हैं. म्यू वेरिएंट को लेकर चिंता की बात ये है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, ये वैक्सीन (Vaccine) को निष्प्रभावी कर सकता है और बेहद संक्रामक भी हो सकता है. WHO का कहना है कि इस वेरिएंट की गंभीरता को समझने के लिए और अध्ययन की आवश्यकता है.
WHO ने इसे ‘वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ बताया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट में बताया गया है कि, म्यू वेरिएंट जनवरी 2021 में कोलंबिया में पाया गया था. इस दौरान म्यू वेरिएंट के कुछ केस देखने को मिले. वहीं, देखते ही देखते ये वेरिएंट दक्षिण अमेरिका और यूरोप के देशों के साथ ही अन्य देशों तक पहुंच गया. वैश्विक स्तर पर इसके मामलों में गिरावट आई है और ये 0.1 फीसदी से भी कम है.
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