दुनिया के अमीर व्यक्तियों में शामिल मुकेश अंबानी अपनी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड को पूर्व में तय समय से पहले ही कर्ज मुक्त करना चाहते हैं. रिलायंस पर इस समय 1.61 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है. अंबानी अपने प्रमुख कारोबारों में रणनीतिक निवेशकों को लाकर और राइट्स इश्यू के माध्यम से कंपनी को कर्ज मुक्त करना करना चाहते हैं. रिलांयस इडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष और मैनेजिंग डायरेक्टर अंबानी ने पिछले साल अगस्त महीने में अपनी कंपनी को कर्ज मुक्त करने के लिए मार्च 2021 का लक्ष्य तय किया था.
RIL को एक साल में हुआ 40 हज़ार करोड़ का प्रॉफिट, फिर भी वेतन कटौती से बचाएगी 600 करोड़
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि हाल ही में रिलायंस ने कंपनी को कर्ज मुक्त करने की दिशा में दो बड़े कदम उठाएं हैं. इसमें एक रिलायंस के जियो प्लेटफॉर्म्स और फेसबुक बीच हुआ समझौता है. इस समझौते के तहत फेसबुक जियो प्लेटफॉर्म्स में 9.9 फीसद हिस्सेदारी खरीद रही है. अर्थात वह जियो प्लेटफॉर्म्स में 43,574 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है. इसके अलावा रिलायंस ने गुरुवार को देश के सबसे बड़े राइट्स इश्यू की घोषणा की है. यह राइट्स इश्यू 53,125 करोड़ का है. इसके अलवा सऊदी अरामको जैसी कंपनियों को शेयर बेचने जैसे प्रस्तावित सौदों से कंपनी का कर्जमुक्त होने का लक्ष्य दिसंबर तक ही पूरा होता दिख रहा है.
ट्रेन और फ्लाइट में यात्रा के लिए अनिवार्य हो सकता है Aarogya Setu ऐप
इसके अलावा वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही के परिणाम की घोषणा करते हुए आरआईएल के ज्वाइंट चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर श्रीकांत वेंकटाचारी ने कहा, 'कंपनी को कर्ज मुक्त करने का लक्ष्य साल 2020 में ही पूरा कर लिया जाएगा.' वेंकटाचारी ने कहा, 'कंपनी का अनुमान है कि जून तक 1.04 लाख करोड़ के पूंजी जुटाने के कार्यक्रम को पूरा कर लिया जाएगा.'
लगभग पांच सौ करोड़ का प्रदेश का व्यापार प्रभावित
ग्रीन और ऑरेंज जोन में मिली आने-जाने की छूट, पेट्रोल-डीजल के दाम जानना हुआ जरुरी
Lockdown :ट्रेन से जा रहे मजदूरों को नहीं खरीदना होगा टिकट, राज्य सरकार से पैसे वसूलेगा रेलवे