नई दिल्ली: देश के सबसे रईस उद्योगपति मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने अपने ऑयल-टू-केमीकल्स (O2C) बिजनेस को समूह से अलग करने और इसके लिए एक पूर्ण स्वामित्व वाली नई इकाई बनाने का ऐलान किया है। कंपनी ने बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी तिमाही तक O2C कारोबार के लिए नई कंपनी शुरू कर ली जाएगी।
बताया जा रहा है कि नई कंपनी का नाम रिलायंस O2C लिमिटेड होगा। रिलायंस ने कहा कि वह इस नई कंपनी में 20 फीसद हिस्सेदारी साऊदी अरब की ऑयल कंपनी अरामको (Aramco) को बेचेगी और उसे अपना साझेदार बनाएगी। रिलायंस ने कहा कि नई इकाई में पेट्रो केमिकल, गैस, फ्यूल रिटेलिंग जैसे कारोबार शामिल होंगे। कंपनी ने कहा Demerger से O2C कारोबार में नए अवसर तलाशने में सहायता मिलेगी। इस डीमर्जर को वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही तक सभी स्वीकृति मिलने की संभावना है। RIL इस नई सब्सिडियरी को 10 साल के लिए लोन देगी। कंपनी द्वारा नई सब्सिडियरी को 25 अरब डॉलर का कर्ज दिया जाएगा। इस लोन की रकम से सब्सिडियरी O2C कारोबार खरीदेगी। हालांकि O2C कारोबार का लोन RIL के पास ही रहेगा।
RIL ने शेयर बाजारों को भेजी जानकारी में बताया है कि उसके O2C बिजनेस के प्रस्तावित रिऑर्गेनाइजेशन से कंपनी के शेयरहोल्डिंग स्ट्रक्चर में कोई परिवर्तन नहीं आएगा। शेयर होल्डिंग पहले की तरह ही बनी रहेगी। कंपनी में प्रमोटर ग्रुप की हिस्सेदारी 49.14 फीसद, घरेलू व्यक्तिगत निवेशकों (सार्वजनिक) की हिस्सेदारी 12.54 फीसद, विदेशी संस्थागत निवेशकों की हिस्सेदारी 24.49 फीसद और अन्य हिस्सेदारी 13.83 फीसद के स्तर पर ही रहेगी।
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