लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुए शूटआउट के बाद मुख्तार अंसारी के बैरक की सुरक्षा पुख्ता कर दी गई है। करीबी शूटर संजीव जीवा की हत्या की सूचना के बाद मुख्तार अंसारी परेशान दहशत में दिखाई दिया। वहीं, सूत्रों का कहना है कि, आगे मुख्तार की पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ही होगी। हालांकि इस संबंध में कोई आधिकारिक सूचना सामने नहीं आई है। दरअसल, अवधेश राय हत्याकांड में जिस दिन मुख़्तार को उम्र कैद की सजा सुनाई गई, उस दिन भी बांदा जेल से माफिया को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया था।
बता दें कि, 5 जून को ही कांग्रेस नेता अवधेश राय हत्याकांड में मुख्तार अंसारी को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। बांदा जेल बंद मुख्तार से बुधवार शाम वकील अनिमेष मित्र शुक्ला निवासी लखनऊ और वकील नसीम हैदर निवासी बांदा मुख्तार अंसारी से मिलने पहुंचे थे। जेल सूत्रों के अनुसार, वे वकालतनामा पर मुख्तार के दस्तखत कराने गए थ। सूत्रों के अनुसार, शूटर संजीव जीवा के क़त्ल की सूचना की वकीलों ने ही मुख़्तार को दी होगी। वकीलों के कारागार से बाहर जाते ही मुख्तार अंसारी का चेहरा उतरा हुआ दिखा, वह गुमसुम था। माफिया काफी देर तक माथे पर हाथ रखकर अपने बैरक में बैठा रहा।
उधर, बांदा मंडल कारागार में कैद पूर्व बसपा विधायक और माफिया मुख्तार अंसारी की सुरक्षा-व्यवस्था काफी टाइट है। जीवा हत्याकांड के बाद सुरक्षा और बढ़ा दी गई। सूत्रों के अनुसार, हर मुलाकाती पर पैनी नजर रखी जा रही है। पूरे जेल परिसर में कुल 48 CCTV कैमरे लगे हैं। इनमें 20 CCTV मुख्तार की बैरक पर नज़र रखने के लिए लगे हैं, जोकि सीधे लखनऊ स्थित कमांड ऑफिस से जुड़े हैं। वहां से भी सीसीटीवी के जरिए बैरक और मुख्तार पर नज़र रखी जाती है।
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