लखनऊ: उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में हर मुमकिन सुविधा उपलब्ध कराने और गैरवाजिब ढंग से सहायता पहुंचाने वाले जेलर वीरेन्द्र कुमार वर्मा पर आखिरकार कार्रवाई हो गई है। वीरेन्द्र कुमार वर्मा को निलंबित कर दिया गया है। यह ऐक्शन DIG जेल प्रयागराज की जांच रिपोर्ट के आधार पर हुआ है।
रिपोर्ट के अनुसार, वीरेन्द्र वर्मा पर आरोप है कि वह जेल में माफिया मुख्तार अंसारी की मिलाई कराने से लेकर उसके लोगों द्वारा भेजी गई चीजों को उस तक पहुंचाने के कार्य में लगे हुए थे। बांदा जेल में जब तक उनकी तैनाती रही, वह यह कार्य करते रहे। वहीं, मुख्तार अंसारी की मुश्किलें भी अब और बढ़ सकती हैं। बुधवार को बाराबंकी के MP-MLA कोर्ट में गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज केस में उसकी और उसके गुर्गों की पेशी थी। गवाही के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्तार खुद पूरी कार्यवाही पर नजर रखे हुआ था।
बता दें कि, मुख्तार अंसारी 2021 से बांदा जेल में बंद है, इससे पहले वह पंजाब की जेल में बंद था। पंजाब की तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर मुख़्तार अंसारी को जेल में VVIP ट्रीटमेंट देने के आरोप लगे थे। बताया गया था कि, कांग्रेस सरकार ने मुख़्तार को अपनी जेल में रोके रखने और यूपी न जाने देने के लिए महंगे वकील कर सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा भी लड़ा था। अब उन वकीलों का भुगतान करने से पंजाब की मौजूदा भगवंत मान सरकार ने साफ़ मना कर दिया है। वकील की बकाया फीस कुल 55 लाख के आसपास बताई जा रही है। हालाँकि, यूपी की बाँदा जेल में मुख़्तार के मददगार बने वीरेंद्र वर्मा पर तो गाज गिर गई है, लेकिन पंजाब की जेल में कांग्रेस सरकार द्वारा एक माफिया को दिए गए VIP ट्रीटमेंट पर क्या चर्चा होती है, ये देखने लायक होगा ?
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