नई दिल्ली: 2019 लोकसभा चुनावों की नज़दीकी के चलते राजनितिक पार्टियों में बयानबाज़ी तेज़ हो गई है, पक्ष-विपक्ष में तीखे जुबानी तीर चलाए जा रहे हैं. विपक्षी पार्टी की खामियां गिनना और अपनी पार्टी की उपलब्धियां, ये राजनितिक पार्टियों का आम शगल रहा है, साथ ही चुनाव के दिनों में ये और तेज़ हो जाता है. किन्तु राजनीति के वर्तमान परिदृश्य पर अगर गौर किया जाए तो भारत में राजनीति अपने निम्नतम स्तर पर पहुँच गई है. इसका एक उदहारण मुंबई कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष संजय निरुपम के बयान में.
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संजय निरुपम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर एक विवादित बयान दिया है. जिसको लेकर वो सुर्खियों में आ गए हैं. संजय निरुपम ने कहा है कि "जो बच्चे स्कूल, कॉलेज में पढ़ रहे हैं वो मोदी जैसे अनपढ़-गंवार के बारे में जान कर उनको क्या मिलने वाला है? यह बहुत शर्मनाक बात है कि आज तक हमारे देश के नागरिक और बच्चों को पता ही नहीं है की पीएम की डिग्री कितनी है?'
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आपको बता दें कि ये पहली बार नहीं है. जब किसी कांग्रेस के नेता ने पीएम मोदी को लेकर कोई विवादित बयान दिया है. इससे पहले भी पीएम मोदी को लेकर कांग्रेस नेताओं के विवादित बयान आ चुके हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणि शंकर अय्यर ने पिछले साल गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी को नीच कहा था. इससे साफ़ ज़ाहिर होता है कि सत्ता छिन जाने से बौखलाई हुई कांग्रेस किस तरह ओछी राजनीति पर उतर आई है कि उसके नेताओं को शब्दों का चयन करते समय पीएम पद की गरिमा का भी ध्यान नहीं रहता.
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