महाराष्ट्र: मुंबई पुलिस ने टीआरपी घोटाले के केस में 11 जनवरी को सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की थी। इस चार्जशीट में पुलिस ने रिपब्लिक टीवी के एडिटर अर्नब गोस्वामी और BARC (ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल) के पूर्व सीईओ के बीच वॉट्सऐप पर हुई बातचीत के स्क्रीनशॉट भी सबूत के तौर पर इस्तेमाल किए हैं। वहीँ इस बीच जो सबसे हैरान करने वाली बात है वह यह है कि, 'इस बातचीत में अर्नब गोस्वामी ने कई मौकों पर दासगुप्ता की तरफ से राजनीतिक नेतृत्व से मध्यस्थता करने का प्रस्ताव दिया है।'
केवल यही नहीं बल्कि दोनों के बीच हुई चैट में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से लेकर सूचना प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ तक का नाम लिया गया है। खबरों के मुताबिक दोनों के बीच बातचीत का डेटा ऑनलाइन भी लीक हो चुका है। जी दरअसल इसमें जुलाई 2017 की एक चैट में दासगुप्ता ने अर्नब को टीआरपी का डेटा तक भेजा है। अब पुलिस ने यह आरोप लगाया है कि 'अर्नब ने रिपब्लिक टीवी के दो चैनलों को सबसे ज्यादा टीआरपी के साथ दिखाने के लिए दासगुप्ता को पैसे भी दिए थे।'
केवल यही नहीं बल्कि मुंबई पुलिस ने इसे साबित करने के लिए सबूत होने की बात तक कह दी है. आपको हम यह भी बता दें कि बार्क के टीआरपी की गणना के आधार पर ही टीवी चैनलों को मिलने वाले ऐडवर्टाइजमेंट के रेट तय होते हैं। मिली जानकारी के मुताबिक मुंबई पुलिस ने दोनों के बीच हुई बातचीत के करीब 200 पन्ने अपनी चार्जशीट में शामिल किए हैं। दोनों की चैट में AS नाम के एक शख्स का भी जिक्र है और इसके अलावा पूर्व राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का नाम भी चैट में आता है।
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