इंदौर। मध्यप्रदेश में शिकायत के निराकरण लिए बनाये गए नगर निगम के 311 एपपर शिकायतों का निवारण नहीं होने के बावजूद शिकायतों को बंद किया जा रहा है। दरअसल अब व्यवस्था झोनल कार्यालयों के हाथ में देने के बाद शिकायतों आंकड़ा कम होता जा रहा है लेकिन लोगों की समस्याएं जस की तस रहती हैं। लोगो द्वारा नगर निगम के 311 एप पर शिकायत करने के बाद भी लोगो की शिकायतें हल नहीं हो पा रही थी।
आपको बता दें पहले निगम के आला अधिकारी और महापौर के हाथ में इस एप की कमान होती थी और इसी वजह से जब तक समस्या का हल नहीं जाता था तब तक उसे बंद करने का आदेश नहीं किया जा सकता था। इसके चलते कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि शिकायतों का आंकड़ा कम दिखाने के लिए अधिकारी इन शिकायतों को अपने स्तर पर ही बंद कर देते हैं। जिससे बताया जा सके कि किसी प्रकार की कोई शिकायत बाकी नहीं रही है। देखा जाए तो नियमानुसार शिकायतकर्ता जब तक अपनी समस्या को लेकर संतुष्ट नहीं हो जाता है, तब तक शिकायत को बंद नहीं किया जा सकता।
इसको इसको लेकर कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला का कहना है कि नई परिषद ने 311 एप की कमान झोनल अधिकारी और दरोगाओं के हाथ में दे दी है इस वजह से वे अपने ही स्तर पर इन शिकायतों को बंद कर देते हैं। इसी के साथ ही निगम के नए पार्षदों को भी अधिकारी अपने हिसाब से चलता कर देते हैं। अधिकारी सभी को गलत जानकारी देकर भ्रमित करते हैं। कुछ समय पहले एक मामले में रहवासियों ने 311 एप पर ड्रेनेज ओवरफ्लो की शिकायत की थी।लेकिन शिकायतकर्ता को कहा गया कि ड्रेनेज की नई लाइन डालना पड़ेगी, इसलिए आप सफाई की शिकायत वापस ले लीजिए।
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