माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की जेल में हत्या के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बागपत की जिला जेल में जाँच शुरू हो गई है. हत्याकांड के आरोपी सुनील राठी ने पुलिस के सामने जेल में मुन्ना बजरंगी से विवाद की बात कुबूल की. सुनील राठी ने बताया, "पहले मुन्ना ने मुझसे कहा कि तुमने मेरी हत्या करने के लिए एक करोड़ की फिरौती ली है. इस बीच हमारे बीच बहस बढ़ गई." राठी ने कहा कि बहस बढ़ने पर मुन्ना बजरंगी ने उसके ऊपर पिस्टल तान दी. इसके बाद राठी ने लात मारकर मुन्ना को नीचे गिरा दिया और पिस्टल से फायरिंग करके मुन्ना की हत्या कर दी. मुन्ना को 10 गोलियां मारने वाले गैंगस्टर सुनील राठी को पुलिस मंगलवार को रिमांड पर लेगी जिसने ज्यादातर गोलियां मुन्ना के सिर में मारी है.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले की न्यायिक जांच के आदेश देते हुए कहा, 'जेल में हुई हत्या बहुत गंभीर मामला है. मामले की गहराई से जांच होगी. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. मुन्ना की पत्नी ने 29 जून को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीएम से सुरक्षा मुहैया करवाने की अपील की थी.
सुरक्षा की मांग वाली एक याचिका पर 9 जुलाई को सुनवाई की जानी थी. मुन्ना की एडवोकेट स्वाति अग्रवाल ने कोर्ट से हत्या की इस घटना पर स्वतः संज्ञान लेने की मांग की है. उन्होंने कहा कि जेल परिसर में हथियार कैसे पहुंचा, इसकी भी जांच जरूरी है.
कुख्यात माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की जेल में हत्या
शक के चलते 75 साल के बुजुर्ग ने 65 साल की पत्नी को मारा
बुराड़ी कांड में पुलिस ने किये अब ये खुलासे