लखनऊ: उत्तर प्रदेश के के गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर में एक शख्स द्वारा सुरक्षाकर्मियों पर हमला किए जाने की खबर सामने आ रही है। हमलावर द्वारा मज़हबी नारा भी लगाने की जानकारी मिली है। आरोपित के पास से बरामद पैन कार्ड में मुर्तजा अब्बासी नाम लिखा हुआ है। इस हमले में उत्तर प्रदेश PAC के 2 जवान जख्मी हुए हैं। हालाँकि, पुलिस ने किसी बड़े नुकसान से पहले ही हमलावर को हिरासत में ले लिया है। आतंकी हमले की आशंका के कारण, अब ATS इस मामले की जाँच कर रही है। घटना रविवार (3 अप्रैल 2022) की है। इस हमले का वीडियो भी वायरल हुआ है।
PAC बल पर हमला????(GKP)
— ????कृतार्थ भारद्वाज पाठक???? (@AntiNaziPandit) April 4, 2022
मुर्तजा अहमद अब्बासी नामक जेहादी ने गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मठ परिसर में PAC जवानों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया।
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ऐसे लोग का इलाज क्या है??
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हर बार की तरह ये भी शायद पागल करार कर नेताम सज़ा कर छोड़ दिया जाए।
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Hamla krna
Thookna.
कबतक जायज़ है?? pic.twitter.com/cUoei1Djn7
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हमलावर मंदिर में घुसने की कोशिश कर रहा था। गेट पर तैनात PAC के 2 जवानों को उस पर संदेह हुआ, तो उसे रोका गया। रोके जाने पर आरोपित ने दोनों जवानों पर अपने साथ पहले से लाए गए बाँके (धारदार हथियार) से वार कर दिया। फिर वो मुख्य द्वार पर अल्लाह-हू-अकबर चिल्लाते हुए आया। जहाँ कॉन्सटेबल अनुराग राजपूत और AIU अधिकारी ने उसे रोक लिया। खबर है कि अब्बासी अकेला नहीं था, उसके साथ एक और युवक था, मगर वो फरार हो गया और अब्बासी को पकड़ लिया गया।
प्रारंभिक जाँच में पता चला है कि हमलावर ने अलीगढ़ में पढ़ाई की है। इसके बाद उसने मुंबई में केमिकल इंजीनियरिंग से बी टेक की डिग्री ली है। हमलावर के पास से एक इंडिगो फ्लाइट का टिकट भी मिला है। उसके सीधे मुंबई से गोरखपुर आने का संदेह जताया जा रहा है। वह गोरखपुर का ही निवासी बताया जा रहा है। उसके पास से एक लैपटॉप भी मिला है, जिसकी पुलिस जाँच कर रही है। उधर, इस हमले के बाद स्थानीय लोगों ने आरोपित मुर्तजा की धुनाई कर दी, जिस से वो जख्मी हो गया।
पुलिस ने ही भीड़ से बचा कर अस्पताल में एडमिट करवाया। मुर्तजा और दोनों घायल PAC जवानों का उपचार चल रहा है। ATS और अन्य अधिकारी इस आरोपित से मंदिर में घुसने के कारण और साथ में बाँका लाने की वजह जानने में लगे हुए हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान मंदिर में गोली चलने की अफवाह उड़ी थी जिस से वहाँ मौजूद श्रद्धालु कुछ देर के लिए डर गए थे। हालाँकि, बाद में प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें समझाया। इस पूरे मामले में अब तक पुलिस की ओर से कोई बयान नहीं आया है। बता दें कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ इसी मठ के महंत हैं, जिसे नाथ सम्प्रदाय की सर्वोच्च पीठ कहा जाता है।
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