तेहरान: हिजाब में से बाल दिख जाने के कारण 22 वर्षीय महसा अमिनी (Mahsa Amini) को इस्लामी मुल्क ईरान की नैतिक पुलिस (Moral Police) ने इस कदर पीटा था कि, वह कोमा में चली गई थी और कुछ दिनों बाद उनकी मौत हो गई थी। जिसके बाद से ही ईरान में हिजाब विरोधी आंदोलन चरम पर हैं और देश की इस्लामी सरकार प्रदर्शन को दबाने के लिए फायरिंग से लेकर गिरफ़्तारी तक हरसंभव प्रयास कर रही है। इस बीच खबर आ रही है कि प्रदर्शनकारियों ने ईरान के पूर्व सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के पुराने घर में आग लगा दी है। ट्विटर पर शेयर किए गए वीडियो के अनुसार, खोमेन में इस्लामिक गणराज्य के संस्थापक खामेनेई के घर पर पेट्रोल बमों से हमला कर आग लगा दी गई है।
#BREAKING: This is #Khomein, birthplace of founder of Islamic Regime of #Iran, Dictator #Khomeini. Protesters burned the house of #Khomeini which had been turned into a museum by the terrorist regime 30 years ago. #MahsaAmini #مهسا_امینی pic.twitter.com/k7sDx40oFr
— Babak Taghvaee - The Crisis Watch (@BabakTaghvaee1) November 17, 2022
रिपोर्ट के अनुसार, वायरल हो रहे वीडियो में ईरान के मौलवियों के खिलाफ नारेबाजी भी की जा रही है। इस वीडियो में तेहरान में प्रदर्शनकारी कह रहे हैं कि, 'यह खूनी साल है, अली खामेनेई को उतार फेंका जाएगा।' वीडियो में संग्रहालय के विशिष्ट मेहराब के पीछे आग साफ नज़र आ रही है। बता दें कि ईरान में जारी हिजाब विरोधी आंदोलन में हिंसा व आगजनी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ईरान के कम से कम 23 शहरों में गुरुवार (17 नवंबर) को विरोध प्रदर्शन हुए, जिसमें दो शहरों में हुई फायरिंग की घटनाओं में 7 लोगों की जान चली गई। मृतकों में दो महिलाएं व दो सुरक्षाकर्मी शामिल हैं। इस हिंसा की घटना में सुरक्षाकर्मियों समेत दस लोग जख्मी भी हुए हैं। ईरान में हिजाब विरोधी आंदोलनकारियों ने एक मदरसे को भी आग के हवाले कर दिया। रिपोर्ट के अनुसार, इन हिजाब विरोधी प्रदर्शनों में अब तक 300 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। वहीं ईरानी सरकार इन प्रदर्शनों को दबाने के लिए और अधिक हिंसक होती जा रही है।
Another video from #Khomein, birthplace of Dictator #Khomeini. Protesters burned down house of Ruhollah Khomeini, the founder of #Iran's Islamic Regime in the city. Since 30 years ago, Khomeini's house had been a museum in Khomein.#MahsaAmini #مهسا_امینی pic.twitter.com/bTXzCGpQJ6
— Babak Taghvaee - The Crisis Watch (@BabakTaghvaee1) November 17, 2022
इससे पहले गत माह ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने हिजाब विरोधी आंदोलन पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा था कि उनके लिए युवती (Mahsa Amini) की मौत दिल तोड़ने वाली थी। इसके साथ ही खामनेई ने कहा था कि, 'जांच से पहले अमीनी की मौत को लेकर जो प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं, दंगे हो रहे हैं और असुरक्षा फैलाई जा रही है, कुरान और मस्जिदों का अनादर किया जा रहा है, ये सामान्य नहीं है और पूरी तरह से संयोजित है।' इसके साथ ही खामेनेई ने ईरान में विरोध प्रदर्शनों के लिए अमेरिका और इजरायल को जिम्मेदार करार दिया था।
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