तेहरान: ईरान में हिजाब में से बाल नज़र आने के कारण हुई 22 वर्षीय युवती महसा अमिनी (Mahsa Amini) की हत्या के बाद वहाँ महिलाओं में हिजाब को लेकर भारी आक्रोश है। सोशल मीडिया पर ऐसी कई वीडियोज सामने आई हैं, जिसमें ईरान की महिलाएं खुले बाल लेकर अपने हिजाब को आग लगा रही हैं और कुछ अपने बालों को काट कर घटना के प्रति विरोध जता रही हैं। ये सभी वीडियोज एकत्रित करके ईरान की पत्रकार मसीह अलीनेजाद ने अपने ट्विटर पर पोस्ट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि, 'ईरानी महिला अपने बाल काट कर और हिजाब जलाकर महसा अमिनी की नृशंस हत्या पर अपना आक्रोश दिखा रही हैं।'
Iranian women show their anger by cutting their hair and burning their hijab to protest against the killing of #Mahsa_Amini by hijab police.
— Masih Alinejad ????️ (@AlinejadMasih) September 18, 2022
From the age of 7 if we don’t cover our hair we won’t be able to go to school or get a job. We are fed up with this gender apartheid regime pic.twitter.com/nqNSYL8dUb
अलीनेजाद बताती हैं कि 7 वर्ष की आयु से यदि ईरान में लड़कियाँ अपने बाल को न ढकें, तो उन्हें स्कूल नहीं जाने दिया जाता और उन्हें कोई नौकरी नहीं मिलती। ईरान में महिलाएं इस लैंगिक भेदभाव की व्यवस्था से परेशान हो चुकी हैं। वीडियो में साफ नज़र आ रहा हैं कि महिलाएं कैंची लेकर अपनी पूरी चोटी काट रही हैं। वहीं, कुछ महिलाएं खुली सड़क पर बाल खोलकर अपने हिजाब को जलाती हुई नज़र आ रही हैं। सोशल मीडिया पर कई लोग इन महिलाओं का सपोर्ट कर रहे हैं। हालाँकि, महिलाओं को अपना अधिकार मांगते देख, कट्टरपंथी नेता कह रहे हैं कि इस प्रकार सिर खोल कर जो औरतें सामने आ रही हैं, इसके चलते वो मुश्किल में पड़ सकती हैं, इन्हें जेल में डाला जा सकता है।
These brave women stormed into the streets on day 2 after #Mahsa_Amini was murdered by hijab police.
— Masih Alinejad ????️ (@AlinejadMasih) September 18, 2022
They chant:
“Don’t be afraid, we are all united.”
Yesterday the security forces opened fire at protesters and injured some of them. People won’t give up. #مهسا_امینی pic.twitter.com/8RtpMlwSN2
बता दें कि इससे पहले महसा अमिनी के अंतिम संस्कार के दौरान सैंकड़ों महिलाओं ने अपना हिजाब उतारकर सड़कों पर ‘नैतिक पुलिस’ (Moral Police) के विरोध में उग्र प्रदर्शन किया था। इस विरोध प्रदर्शन में कई पुरुष भी शामिल थे। विरोध इस कदर बढ़ गया था कि पुलिस ने इन्हें रोकने के लिए फायरिंग तक कर दी थी और आँसू गैस छोड़े थे। इन सबमें कई लोग बहुत जख्मी हुए थे। इसके बाद भी औरतों ने अपना प्रदर्शन नहीं रोका। वह भीड़ में सड़क पर आईं और 'डरना मत, हम सब एक साथ हैं' कहते हुए अपना विरोध दर्ज कराया।
बता दें ईरान में कुछ दिन पहले 22 वर्षीय महसा को बेरहमी से मार-मारकर कोमा में पहुँचाया। बताया गया था कि, महसा ने ईरान में रहकर सही से हिजाब नहीं पहना था और हिजाब में से उनके बाल नज़र आ गए थे। बस इसलिए ही ईरान की नैतिक पुलिस ने उन पर हमला कर दिया और उन्हें इतना मारा कि उनका पहले ब्रेन डेड हुआ, वो कोमा में गईं और उसके बाद उन्होंने दम तोड़ दिया।
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