अयोध्या : राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के करीब 50 समर्थक गुरुवार शाम को 7 बजे जब अचानक अयोध्या पहुंचे तो खुफ़िया तंत्र सक्रिय हो गया, लेकिन जब वास्तविकता पता चली तो सांप्रदायिक सद्भाव का मामला सामने आया. इस मौके पर मुस्लिम मंच के नेता आजम खान ने बताया कि वह राम मंदिर दर्शन को आए हैं. साथ ही एक ट्रक ईंट भी मंदिर निर्माण में सहयोग के लिए लाए हैं, लेकिन वे दर्शन इसलिए नहीं कर पाए क्योंकि राम मंदिर दर्शन अवधि समाप्त हो गई थी.
रामजन्म भूमि थानाध्यक्ष सुनील मिश्र ने बताया कि सभी को वापस लखनऊ भेज दिया गया है. बता दें कि इसके पूर्व लखनऊ में कई मुस्लिम नेता खुलकर राममंदिर बनाने के पक्ष में आ गए हैं. कई मुस्लिम नेताओं ने राम मंदिर निर्माण को लेकर जगह-जगह पर कई पोस्टर लगाए थे जिसमें अयोध्या में ही राम मंदिर बनाने की बात कही गई है.
बता दें कि श्रीराम मंदिर निर्माण मुस्लिम कार सेवक मंच' संगठन के अध्यक्ष आजम खान ने भी करीब 10 होर्डिंग्स इलाके में लगवाए थे. आजम ने कहा कि राम ही हिंदूस्तान की पहचान हैं. अयोध्या में राम मंदिर का भव्य निर्माण जरुर हो. उन्होंने बताया कि ऐसा करने पर मुझे फोन पर जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं.
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