रायपुर: छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में जून महीने में हुई तीन मुस्लिमों की मौत के संबंध में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पुलिस जाँच में पता चला है कि इन तीनों की मौत सूखी नदी में कूद कर जख्मी होने की वजह से हुई थी। दरअसल, इस मामले पर कई इस्लामवादियों, वामपंथियों और विपक्षी नेताओं ने ये आरोप लगाया था कि, मुस्लिमों की मॉब लिंचिंग कर दी है। इसको भी हिन्दू हिंसक प्रोपेगेंडा से जोड़ा गया था, लेकिन अब इसकी सच्चाई सामने आ चुकी है।
Good news...
— JAI SHREE RAM SENA (@officeofJsrs) July 18, 2024
A few days back our Raipur JSRS vice - president 'Harsh Mishra' was charged with mob lynching case and was sent to Jail.
But the police have said that he was not aligned with the death of those Gau Taskars.
So yes he will be released soon. pic.twitter.com/DTUAuZ0D7P
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले की जाँच कर रही SIT ने अदालत में दाखिल आरोपपत्र में बताया है कि एक गाड़ी में गौरक्षकों को गौतस्करी की इसकी पहले से खबर थी, वो रास्ते में इन मुस्लिमों का इन्तजार कर रहे थे। गौरक्षकों को जानकारी मिली थी कि यह तीनों एक ट्रक में भर कर गोवंश ले जा रहे हैं। गौरक्षकों ने रास्ते में ट्रक रोकने की कोशिश भी की थी, लेकिन तीनों ही आरोपी ट्रक भगा ले गए। गौरक्षकों ने लगभग 53 किलोमीटर तक ट्रक का पीछा किया।
चार्जशीट के अनुसार, इसके बाद तीनों तस्कर आरंग में स्थित महानदी के पुल पर ट्रक को खड़ा कर नीचे कूद गए थे। उन्हें लगा था कि, नदी में पानी होगा और वे भाग जाएंगे, लेकिन नदी उस समय सूखी थी। तीनों ही इसमें कूदने से घायल हो गए थे। इस दुर्घटना के कारण चाँद मियाँ (23) की तत्काल मौत हो गई थी, जबकि गुड्डू खान (35) की मौत अस्पताल ले जाने के समय हुई। वहीं, उनके तीसरे साथी सद्दाम कुरैशी (18) ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। यह तीनों उत्तर प्रदेश के सहारनपुर और शामली जिलों के निवासी थे।
रायपुर मॉब लिंचिंग के तीसरे पीड़ित सद्दाम कि भी मौत…
— Nayeem Raza (@NayeemRazaASP) June 21, 2024
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ट्रक में भैंस लादकर उड़ीसा जा रहे सहारनपुर के चांद मियां और गुड्डू ख़ान की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। दोनों की लाश महानदी नदी में मिली थी। pic.twitter.com/BBFokX1rbt
इस मामले में सोशल मीडिया पर आरोप लगाया गया था कि इन तीनों को रोक कर उनके साथ मारपीट की गई और उनकी मॉब लिंचिंग हुई। अब इस मामले की चार्जशीट और पुलिस अधिकारियों ने जानकारी दी है कि तीनों मृतकों पर कभी हमला हुआ ही नहीं। तीनों की मौत इसलिए हुई क्योंकि वह डर गए और सूखी नदी में कूदकर घायल हो गए। बता दें है कि 7 जून, 2024 को चाँद, गुड्डू खान और सद्दाम छत्तीसगढ़ से एक ट्रक में गौवंश भर कर निकले थे। यह महासमुंद से रायपुर जा रहे थे।
कई लोगों ने आरोप लगाया गया था कि इन्हें गौरक्षकों ने पीटा और उनकी मॉब लिंचिंग कर दी। मामले की जाँच के लिए SIT का गठन किया गया था। अब उसने अपनी जाँच करके कोर्ट में चार्जशीट फाइल कर दी है। इस मामले में तब मॉब लिंचिंग को लेकर खूब हल्ला मचाया गया था, यह आरोप अब गलत सिद्ध हुए हैं।
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