भारत के घरों में सबसे अधिक अगर कोई सा तेल इस्तेमाल होता है तो वह है सरसों के तेल। यह तेल किचन से लेकर स्किन तक के लिए इस्तेमाल किया जाता है। जी हाँ और कई जगह पर सरसों के तेल को कड़वा तेल भी कहा जाता है। हालाँकि आज हम आपको बताने जा रहे हैं सरसों के तेल से होने वाले नुकसान के बारे में।
सरसों के तेल के नुकसानः
एलर्जीः कुछ लोगों को सरसों के तेल से एलर्जी हो सकती है। इसके कारण इनको खुजली, सूजन की समस्या हो सकती है। जी दरअसल जिन लोगों को सरसों के तेल से एलर्जी है उन्हें इसके सेवन से बचना चाहिए।
राइनाइटिसः कई लोगों को सरसों के तेल का सेवन करने से राइनाइटिस हो सकता है। इसमें बलग़म की झिल्ली में सूजन हो जाती है। ऐसे में खांसना, छींकना, भरी हुई नाक, नाक से पानी बहाना आदि समस्याएं हो सकती हैं।
प्रेग्नेंसीः गर्भवती महिलाओं को सरसों के तेल का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि सरसों के तेल में कुछ ऐसे रासायनिक यौगिक होते हैं जो पूरी तरह से शिशु के स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं।
रैशेजः कुछ लोगों को सरसों के तेल के इस्तेमाल से रैशेज की समस्या हो सकती है। जी दरअसल सरसों के तेल की लंबे समय तक मालिश करने से शरीर काला बड़ सकता है।
दिलः सरसों के तेल के एरिटिक एसिड सामग्री का उच्च स्तर हमारे दिल की सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। जी दरअसल यह दिल की मांसपेशियों को बुरी तरह से नुकसान पहुंचा सकता है।
35 दिनों से वेंटिलेटर पर है राजू श्रीवास्तव, जानिए अब कैसा है हाल?