नई दिल्ली : बिहार के मुजफ्फरपुर में मासूम बच्चियों से हुए दुष्कर्म के मामले ने शीर्ष अदालत तक का भी दरवाजा खटखटा दिया है. जहां आज सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए इस मामले पर सुनवाई की. इस दौरान शीर्ष अदालत ने मीडिया को जमकर फटकार लगाई. साथ ही केंद्र और राज्य सरकार के लिए सुप्रीम कोर्ट ने एक नोटिस भी जारी किया और सरकार से इस मामले में जवाब मांगा है.
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शीर्ष अदालत ने इस मामले में सख़्ती दिखाते हुए मीडिया को फटकार लगाते हुए कहा है कि प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया दुष्कर्म पीड़ित बच्चियों की की माॅर्फ्ड तस्वीरें नहीं चलाएगा. साथ ही अदालत ने यह भी कहा है कि मीडिया लगातार इंटरव्यू लिए जा रहे है लेकिन किसी को भी बच्चियों के चिंता नही है. कोर्ट ने कहा है कि मासूमो का कोई साक्षात्कार नहीं लिया जाएगा.
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अदालत द्वारा ना केवल केंद्र और राज्य सरकार को नोटिस भेजा गया है बल्कि नेशनल कमीशन फॉर द प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स (एनसीपीसीआर) को भी इस मामले में नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है. मामले की अगले सुनवाई 7 अगस्त को होगी. बात दे कि पिछले दिनों मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में नाबालिग लड़कियों के साथ रेप का मामला प्रकाश में आया था. जहां पुलिस ने एक्शन लेते हुए मुजफ्फरपुर शेल्टर होम पर केस दर्ज किया था. इसके बाद कुल 34 बच्चियों से दुष्कर्म किए जाने का खुलासा हुआ था.
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