NCB अफसर समीर वानखेड़े को लेकर रोजाना नई खबर सामने आ रही है। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने उनके ऊपर इल्जामों की झड़ी लगा रखी है। नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े का निकाहनामा भी जारी कर दिया है। इस पर समीर वानखेड़े के पिता का बयान आया है। समीर वानखेड़े के पिता द्यानदेव ने भी स्वीकार किया है कि निकाहनामा सच है, मगर हम हिंदू हैं। अपने एक इंटरव्यू में समीर वानखेड़े के पिता ने कहा, ''निकाहनामा सच है, मगर हम हिंदू हैं। मैं, मेरा बेटा एवं बेटी एक छोटा परिवार है तथा हम सब हिंदू हैं। मेरी पत्नी मुस्लिम थी।''
वही समीर वानखेड़े के पिता से जब निकाहनामे पर उनके दाऊद नाम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि 'वो एक बड़ी शादी थी, मैं उर्दू नहीं समझता, मेरी वाईफ ने वो लिखा होगा। मेरा नाम द्यानदेव है, दाऊद नहीं। शायद मेरी वाईफ ने शादी के लिए दाऊद लिखा होगा। मैंने कुछ नहीं छुपाया। मैं जन्म से हिंदू हूं।' महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े की प्रथम शादी का निकाहनामा जारी करते हुए दावा किया है कि '7 दिसंबर 2006 को बृहस्पतिवार की रात 8 बजे लोखंडवाला कॉम्प्लेक्स में समीर दाऊद वानखेड़े एवं शबाना कुरैशी की शादी हुई। मेहर की रकम 33000 हजार थी। गवाह नंबर 2 अजीज खान समीर वानखेड़े की बड़ी बहन यास्मीन दाऊद वानखेड़े के पति हैं।'
वही नवाब मलिक ने जहां निकाहनामा जारी किया तो वहीं ये निकाह पढ़ाने वाले काजी का बयान भी सामने आ गया। काजी मुजम्मिल अहमद ने कहा है कि ये निकाहनामा बिल्कुल सही है तथा उन्होंने ही ये निकाह पढ़ाया था। काजी ने बताया है कि उस समय समीर, शबाना, पिता सब मुसलमान थे, यदि समीर हिंदू होते तो शादी ही नहीं होती, क्योंकि शरियत के अनुसार ऐसा नहीं हो सकता। काजी ने कहा कि समीर आज कुछ भी बोले, तब वो मुसलमान थे।
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