लखनऊ: आम आदमी पार्टी (AAP) की उत्तर प्रदेश इकाई, पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के संदेश वाले पर्चे बांटेगी, जो वर्तमान में दिल्ली शराब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में जेल में हैं। पार्टी 21 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश में और 27 अक्टूबर को दिल्ली में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन करेगी। पैम्फलेट पर क्या होगा, इसके बारे में बोलते हुए, AAP के लखनऊ जिला अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने बताया है कि अपने संदेश में, सिंह यूपी के लोगों को बताएंगे कि उन्हें मोदी सरकार द्वारा क्यों गिरफ्तार किया गया था।
सिंह की गिरफ्तारी को असंवैधानिक बताते हुए दीक्षित ने कहा कि उन्हें बिना समन के गिरफ्तार किया गया। संजय सिंह के नाम से AAP जो पर्चे बांटेगी, उनमे लिखा होगा कि, "मेरा गुनाह सिर्फ इतना है कि मैंने लोगों की आवाज उठाई, मोदी-अडानी के भ्रष्टाचार का खुलासा किया। किसानों, युवाओं, कर्मचारियों, दलितों, वंचितों की आवाज मैंने बिना डरे सड़क से संसद तक उठाई है।" AAP ने कहा कि, प्रवर्तन निदेशालय (ED) भाजपा के दबाव में काम कर रहा है। यह भाजपा की आदत रही है कि वह ED से विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार कराती है, जहां उसे पता होता है कि उसे कोई वोट नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा, संजय सिंह कई महीनों से मोदी और अडानी के भ्रष्टाचार को उजागर कर रहे थे और उन्होंने ED को भ्रष्टाचार के सबूत भी दिए थे, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
बता दें कि, संजय सिंह को 4 अक्टूबर को उनके आवास पर प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया गया था। इसी साल मार्च महीने में इसी शराब नीति घोटाला मामले में संजय सिंह की पार्टी के सहयोगी और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को भी गिरफ्तार किया गया था। ED ने दावा किया कि सिंह और उनके सहयोगियों ने 2020 में शराब की दुकानों और व्यापारियों को लाइसेंस देने के दिल्ली सरकार के फैसले में भूमिका निभाई, जिससे राज्य के खजाने को नुकसान हुआ और भ्रष्टाचार विरोधी कानूनों का उल्लंघन हुआ।
केंद्रीय एजेंसी ने पहले संजय सिंह के करीबी सहयोगी अजीत त्यागी और अन्य ठेकेदारों और व्यापारियों के घरों और कार्यालयों सहित कई स्थानों की तलाशी ली है, जिन्हें कथित तौर पर नीति से लाभ हुआ था। ईडी ने अपने करीब 270 पेज के पूरक आरोपपत्र में इस मामले में सिसोदिया को मुख्य साजिशकर्ता बताया है।