हमारा भारत सदियों से अपने भीतर ऐसे कई रहस्यों को समेटे हुए है, जिसके बारे में बेहद कम लोगों को ही पता होगा. भारत में ऐसे कई स्थान हैं, जिनके बारे में जानकर लोग चौक जाते हैं. कुछ ऐसा ही स्थान हिमाचल प्रदेश में भी है. यहां का एक ग्राम अपने आप में बेहद ही रहस्यमय है. इस गांव के निवासी ऐसी भाषा में चर्चा करते हैं, जो यहां के लोगों के अलावा किसी को भी समझ नहीं पड़ती हैं.
इस ग्राम का नाम है मलाणा. हिमालय की चोटियों के मध्य अवस्थित मलाणा गांव चारों और से गहरी खाइयों और बर्फीले पहाड़ों से घिरा हुआ है. लगभग 1700 लोगों की आबादी वाला ये गांव सैलानियों के बीच खूब फेमस है. पूरी दुनिया से लोग यहां घूमने के लिए आते रहते हैं. हालांकि, मलाणा तक पहुंचना बेहद ही मुश्किल भरा रहता है. इस ग्राम के लिए कोई भी सड़क मौजूद नहीं है. वैसे पहाड़ी पगडंडियों की मदद से यहां तक पहुंचा जा सकता है. पार्वती घाटी की तलहटी में अवस्थित जरी ग्राम से यहां तक सीधी चढ़ाई है. जरी से मलाणा तक पहुंचने में लगभग 4 घंटे लग जाते हैं.
बता दें यहां के लोग कनाशी नाम की लैंग्वेज बोलते हैं, जो बहुत ही रहस्यमय है. यहां के लोग इसे एक पवित्र जबान मानते हैं. इसकी खास बात यह है कि ये लैंग्वेज मलाणा के अलावा विश्व में कहीं और नहीं बोली जाती हैं. इस लैंग्वेज को बाहर के लोगों को नहीं सिखाया जाता है. इसको लेकर कई देशों में स्टडी हो रही हैं.
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