नई दिल्ली: नगालैंड में शनिवार रात सुरक्षाबलों की कार्रवाई में कई आम नागरिकों की मौत होने के मामले में मोन ज़िले के तिज़ित पुलिस थाने में स्वत: संज्ञान लेते हुए 21वीं पैरा मिलिट्री फ़ोर्स के ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज की गई है. FIR में कहा गया है कि 'चार दिसंबर को कोयले की खदानों में कार्य करने वाले श्रमिक एक गाड़ी में तिरु से अपने गांव ओटिंग वापस आ रहे थे. तिरु और ओटिंग गांव के बीच में लॉन्गखाओ में पहुंचने पर सुरक्षा बलों ने बगैर किसी उकसावे के गाड़ी पर फायरिंग कर दीं, जिससे ओटिंग गांव के कई लोग मारे गए और कई गंभीर रूप से जख्मी हो गए.'
दर्ज FIR में यह भी कहा गया है कि 'घटना के दौरान कोई पुलिस गाइड नहीं था और ना ही सुरक्षा बलों की इस मुहीम में पुलिस गाइड देने के लिए पुलिस थाने से मांग की गई थी. इससे ये स्पस्ट है कि सुरक्षा बलों की मंशा आम लोगों को मारना और जख्मी करने की थी.' बता दें कि नगालैंड के मोन ज़िले के तिरु इलाक़े में शनिवार रात सुरक्षाबलों की फायरिंग में कम से कम 13 लोगों की जान चली गई है. ये इलाक़ा म्यांमार सरहद के पास है.
हालांकि, आधिकारिक रूप से अभी तक ये नहीं बताया गया है कि कितने लोगों की जान गई है, किन्तु मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कम से कम 11 आम नागरिकों की मौत हुई है. वहीं, नगा पीपल्स फ्रंट पार्टी के नेता और राज्य के पूर्व सीएम टी.आर. ज़ेलियांग के मुताबिक, 13 लोगों की मौत हुई है. राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया है और जांच के लिए एक महीने का वक़्त दिया गया है.
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