आज दुनिया भर में तमाम सुन्दर प्रतियोगिताएं होती है. जिसमे हसिनाए अपने हुस्न का जलवा दिखाती है प्राचीन समय में एक ऐसी ही सौंदर्य प्रतियोगिता आयोजित की जाती थी जिसमे शहर की तमाम सुन्दर महिलाए हिस्सा लेती थी.
इस प्रतियोगिता में सबसे सुन्दर महिला को एक ख़िताब दिया जाता था. जिसे 'नगरवधु' कहा जाता था. जो भी महिला 'नगरवधु' का ख़िताब अपने नाम करती थी. वह पूरे नगर में पहचानी जाती थी. लेकिन असल में 'नगरवधू' एक वेश्या होती थी. लेकिन उसका दर्ज़ा किसी रानी से काम नहीं होता था वह लोगो का मनोरंजन करती थी.
जिसके लिए उसे मेहनताना दिया जाता था. हालाँकि उसका एक रात का मेहनताना काफी ज्यादा होता था इसी वजह से वह पूरी रात के लिए केवल राजा और धनकुबेरों का ही मनोरंजन किया करती थी.
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खुद को पुरुषों से बचाने के लिए खुद का ये हाल करती है महिलाए