हरियाणा : गुड़गांव में नमाज़ विवाद थमने के बजाय और गहरा गया है , क्योंकि पुलिस ने नमाज के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर नौ स्थान बताए हैं जो मुस्लिमों केअनुसार पर्याप्त नहीं है.
इस बारे में नेहरू युवा संगठन के अध्यक्ष शहजाद खान ने बताया कि पुलिस ने नमाज के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर नौ स्थान बताए हैं जो नाकाफी हैं, क्योंकि पिछले शुक्रवार तक गुड़गांव में 115 स्थानों पर नमाज़ हो रही थी.एमजी रोड जैसे कई क्षेत्र में जगह नहीं दी जा रही है. इस बारे में पुलिस के साथ बैठक नमाज़ की जगह बढ़ाने की मांग की जाएगी.
बता दें कि विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, हिंदू क्रांति दल, गौरक्षक दल और शिवसेना के सदस्यों पर यह आरोप लगाया कि इन्होंने पिछले दो सप्ताह में शहर के कुछ इलाकों में नमाज में रूकावट डाली.यह मामला तब और बढ़ गया जब इस मामले में सीएम मनोहरलाल खट्टर ने भी कह दिया कि मस्जिदों, ईदगाहों और निजी स्थानों पर ही नमाज अदा की जानी चाहिए. सीएम के इस बयान को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आफताब अहमद ने दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इससे हिंदू पक्ष के लोगों को बढ़ावा मिलेगा. आशंका है कि अब हिंदूवादी संगठन सरकारी खाली पड़े स्थानों पर नमाज नहीं पढ़ने देंगे. जबकि दूसरी ओर हरियाणा वक्फ बोर्ड ने प्रशासन को अपनी ऐसी 19 प्रॉपर्टी की सूची दी थी जिन पर या तो कब्जा है या फिर गांव वाले वहां नमाज नहीं पढ़ने देते. बोर्ड ने इसलिए लोग खुले में नमाज पढ़ने को मजबूर हैं.
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