बैंगलोर: कर्नाटक उच्च न्यायालय में जज के पोडियम के पास नमाज पढ़ती हुई दो महिलाओं का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो को सबसे पहले मीडिया चैनल ‘संवाद’ ने अपने यूट्यूब और फेसबुक चैनल पर पोस्ट किया है। कन्नड़ भाषा में वीडियो का शीर्षक लिखा गया है। हिंदी में इसका अर्थ है, ‘कर्नाटक उच्च न्यायालय में नमाज’। तब से सोशल मीडिया यूज़र्स इस वीडियो को ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जमकर शेयर कर रहे हैं।
Muslims offered Namaz inside the Karnataka High court Hall.
— ????Mohan gowda???????? (@Mohan_HJS) May 15, 2022
Respected @DgpKarnataka@Copsview @JnanendraAraga@DCPWestBCP @DCPCentralBCP
Any action taken against culprits who violate high court rule ?
Doesn't not misuse of High Court premises?@RituRathaur@MNageswarRaoIPS pic.twitter.com/TQENmyZvPh
कर्नाटक में हिंदू जनजागृति समिति के प्रवक्ता मोहन गौड़ा ने 15 मई को Twitter पर इस वीडियो को पोस्ट किया था। उन्होंने कहा था कि, 'मुस्लिमों ने कर्नाटक उच्च न्यायलय के हॉल के भीतर नमाज अदा की। आदरणीय प्रवीण सूद (DGP कर्नाटक), अरागा ज्ञानेंद्र (राज्य गृह मंत्री कर्नाटक), डॉ. संजीव एम पाटिल (DCP पश्चिम बीसीपी), DCP सेंट्रल बीसीपी, हाई कोर्ट के नियमों का उल्लंघन करने वाले दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई? इस प्रकार से नमाज पढ़कर हाई कोर्ट परिसर का दुरुपयोग किया जा रहा है?'
बगैर इजाजत के हाई कोर्ट परिसर में शूट किए गए वीडियो को पोस्ट करने के लिए चैनल संवाद के खिलाफ 16 मई, 2022 को FIR दर्ज की गई थी। बेंगलुरु के विधान सौध पुलिस स्टेशन में चैनल के विरुद्ध शिकायत दी गई थी। एनजी दिनेश ने शिकायत के आधार पर IPC की धारा 447 (आपराधिक कार्य) और 505 (2) (शत्रुता, घृणा या दुर्भावना पैदा करने या इसे बढ़ावा देने) के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी।
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