नई दिल्ली: बांग्लादेश की टीका वैज्ञानिक डॉ फिरदौसी कादरी और पाकिस्तान के माइक्रोफाइनेंसर (अर्थशास्त्री) मोहम्मद अमजद साकिब को इस वर्ष के रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से नवाज़े जाने वाले पांच लोगों की लिस्ट में शामिल किया गया है. एशिया का नोबेल पुरस्कार माने जाने वाले रेमन मैग्सेसे पुरस्कार के विजेताओं के नामों का ऐलान मंगलवार को किया गया. अवार्ड पाने वालों में बांग्लादेश की डॉ फिरदौसी कादरी और पाकिस्तान के साकिब के अलावा फिलीपीन के मत्स्य एवं सामुदायिक पर्यावरणविद् रॉबर्टो बैलोन, मानवीय कार्यों एवं शरणार्थियों की मदद के लिए काम करने वाले अमेरिकी नागरिक स्टीवन मुंसी और खोजी पत्रकारिता के लिए इंडोनेशियाई वॉचडॉक भी शामिल हैं.
70 साल के डॉ कादरी ने ब्रिटेन की प्रतिष्ठित लीवरपूल यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की है. वह 1988 में ढाका स्थित हैजा रोग की रिसर्च के लिए अंतरराष्ट्रीय केंद्र से जुड़ गयी थीं. डॉ कादरी को वयस्कों, बच्चों और शिशुओं के लिए हैजा रोधी मुख से दी जाने वाली सस्ती वैक्सीन और टाइफाइड की वैक्सीन विकसित करने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने विकसित देशों के झुग्गी बस्ती वाले इलाकों में बहुत कार्य किया है. 64 साल के पाकिस्तानी कार्यकर्ता साकिब ने अपनी तरह का पहला ब्याज मुक्त माइक्रोफाइनेंस कार्यक्रम ‘अखुवत’ तैयार किया है, जो एक अभूतपूर्व ऋण चुकौती रिकॉर्ड करते हुए, शून्य-ब्याज ऋण देने के लिए पूजा स्थलों का इस्तेमाल करता है.
साकिब को उनकी बुद्धिमत्ता और करुणा के लिए जाना जाता है, जिसने उन्हें पाकिस्तान में सबसे बड़ा माइक्रोफाइनेंस संस्थान विकसित करने में सक्षम बनाया. उनका विश्वास है कि मानवीय सहायता और एकजुटता से ही गरीबी मिटाने के तरीकों को खोजा जा सकता है. मनीला के रेमन मैगसायसाय केंद्र में 28 नवंबर को होने वाले कार्यक्रम के दौरान इन विजेताओं को औपचारिक रूप से मैगसायसाय पुरस्कार से नवाज़ा जाएगा.
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