श्योपुर: कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया एवं दक्षिण अफ्रीका से लाये गए चीतों का भारतीय नामकरण कर दिया गया है। चीतों को मशहूर बनाने एवं आम लोगों के बीच इन जीवो के प्रति संवेदनशीलता की भावना उत्पन्न करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात के चलते इनके नामकरण के लिए लोगों से सुझाव देने के लिए कहा था। सरकार द्वारा आयोजित नाम सुझाने के लिए हुई प्रतिस्पर्धा में 11565 व्यक्तियों ने हिस्सा लिया था।
वही एक चयन समिति ने सुझाए गए नामों में से महत्व एवं प्रासंगिकता के आधार पर नामीबिया एवं दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों के लिए नामों का चयन किया है। सभी नर एवं मादा चीतों के भारतीय नाम रखा गया है। अब नर चीतो में ओवान का नाम पवन, एल्टन का नाम गौरव, फ्रेडी का नाम शौर्य रखा गया है। वहीं, नामीबिया से लाई गई मादा चीता मैअशा का नाम आशा, सवाना का नाम नभा, तिबलिसी का नाम धात्री और चार शावकों को जन्म देने वाली शियाया का नाम ज्वाला रखा गया है।
फिंडा गेम रिजर्व से लाई गई वयस्क मादा का नाम दक्षा, वयस्क नर में से एक का वायु दूसरे का अग्नि नाम रखा गया है। मापेसू रिजर्व से लाई गई मादा को निर्वा नाम दिया गया है। कालाहारी के स्वालू रिजर्व से लाई गई वयस्क मादा को गामिनी, अल्प वयस्क को वीरा, वयस्क नर को तेजस, अल्प वयस्क नर को सूरज नाम दिया गया है। वाटर वर्ग रिजर्व से लाई गई वयस्क माता का नाम धीरा वयस्क नर एक का उदय, दूसरे का प्रभास एवं वहीं तीसरे का पावक नाम रखा गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिवस पर 17 सितंबर को मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क में अफ्रीका के नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को बाड़े में छोड़ा था। दूसरी खेप में दक्षिण अफ्रीका से आए 12 चीतों को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 18 फरवरी को कूनो नेशनल पार्क के बाड़े में छोड़ा था। जिससे कूनो नेशनल पार्क में 10 नर चीता एवं 10 मादा चीता मिलकर कुल चीतों का आंकड़ा 20 हो गया था।
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