ग्वालियर/ब्यूरो। शहर के इतिहास में पहली बार भारत गौरव, सिद्धांत रत्न गणिनी आर्यिकाश्री विशुद्धमती माताजी एवं विद्या वाचस्पति पट्ट गणिनी आर्यिकाश्री विज्ञमती माताजी के मंगल सानिध्य एवं मार्गदर्शन में णमोकार महामंत्र का 15 दिवसीय अखंड पाठ होगा।
आर्यिकाश्री विज्ञमती माताजी ने बताया कि 17 सितंबर को पूर्व पीठिका के तहत णमोकार बीजाक्षरी विधान होगा। 18 सितंबर से णमोकार महामंत्र का अखंड पाठ शुरू होगा, जो 2 अक्टूबर तक निरंतर चलेगा। 3 अक्टूबर को इसका समापन होगा। विज्ञमती माताजी ने बताया कि णमोकार महामंत्र के अखंड पाठ के लिए भगवान जिनेन्द्र देव की वेदी सहित मुख्य मंडल बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त 35 मंडल और बनाए जाएंगे, इन पर छत्र, सिंहासन सहित भगवान की प्रतिमाएं विराजित की जाएंगी।इनमें से 25 पर सौधर्म इंद्र और सचिन्द्राणी तथा 10 पर लोकांतिक देव बैठेंगे। 21 लोकांतिक देव पूजन करेंगे।
जैन समाज के प्रवक्ता ललित जैन ने बताया कि इस आयोजन में णमोकार मंत्र का पथ करने के लिए जैन समाज की 15 से अधिक संस्थाओं की स्वीकृति मिल चुकी है। अभी भी ये सिलसिला जारी है। इन संस्थाओं के सदस्य अलग-अलग समय पर णमोकार मंत्र का पाठ करेंगे। इस आयोजन की खास बात ये है कि इसमें युवाओं की विशेष रूप से भागीदारी रहेगी। इस आयोजन के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं।
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