प्रयागराज: महंत नरेंद्र गिरि की मौत मामले में आनंद गिरि (Anand Giri) को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. इससे पहले नरेंद्र गिरी की मौत मामले में आनंद गिरि से पुलिस ने 12 घंटों तक पूछताछ की. सूत्रों के अनुसार, सुसाइड नोट दिखाकर आनंद गिरि से पुलिस के अलग-अलग अधिकारियों ने पूछताछ की. आनंद गिरि ने कहा मुझे फंसाया जा रहा है. इसकी जांच होनी चाहिए.
उल्लेखनीय है कि प्रयागराज की CJM कोर्ट ने आनंद गिरि को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया है. आनंद गिरी के साथ ही हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या तिवारी को भी न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. दोनों को प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल भेजा गया है. उधर, महंत नरेंद्र गिरि को प्रयागराज में उनकी इच्छा के अनुसार, भू समाधि दे दी गई है. इस दौरान बड़ी तादाद में श्रद्धालु महंत नरेंद्र गिरि के दर्शन करने के लिए पहुंचे.
बता दें कि महंत नरेंद्र गिरि की मौत से दो सवाल उठ रहे हैं. पहला ये कि नरेंद्र गिरि की मौत, हत्या है या आत्महत्या और दूसरा सवाल ये कि उनके निधन के बाद अब महंत की गद्दी का उत्तराधिकारी कौन होगा? उत्तराधिकारी के तौर पर जो नाम सामने आ रहा है वो है बलवीर गिरि. मगर बलवीर गिरि के बयान बदलने से उन पर भी सवाल उठ रहे हैं. अखाड़ा परिषद ने आधिकारिक रूप से बलवीर गिरि के नाम की घोषणा को अभी टाल दिया है. ऐसे में यह सवाल भी अनसुलझा है कि क्या बलवीर गिरि ही मठ के नए उत्तराधिकारी होंगे या फिर कोई और?
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