700 करोड़ की लागत से 33 महीने में तैयार हुए श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण रेवती नक्षत्र में आज होने वाला है। आप सभी को बता दें कि राम मंदिर के लिए मुहूर्त तैयार करने वाले आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्राविड़ का कहना है कि, ' आज यानी 13 दिसंबर को रेवती नक्षत्र में दिन में 1:37 बजे से 1:57 बजे तक 20 मिनट का शुभ मुहूर्त प्राप्त हुआ है।' वहीं आज वाराणसी आगमन पर पीएम मोदी ने ट्वीट किया है। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा है, 'काशी पहुंचकर अभिभूत हूं। कुछ देर बाद ही हम सभी काशी विश्वनाथ धाम परियोजना के लोकार्पण के साक्षी बनेंगे। इससे पहले मैंने काशी के कोतवाल काल भैरव जी के दर्शन किए।'
काशी पहुँचकर अभिभूत हूँ।
— Narendra Modi (@narendramodi) December 13, 2021
कुछ देर बाद ही हम सभी काशी विश्वनाथ धाम परियोजना के लोकार्पण के साक्षी बनेंगे।
इस से पहले मैंने काशी के कोतवाल काल भैरव जी के दर्शन किए। pic.twitter.com/iEYUPhzPC6
आप सभी को बता दें कि काशी पहुँचने के बाद प्रधानमंत्री खिड़किया घाट से ललिता घाट की ओर क्रूज से गए। यहाँ गंगा के दोनों किनारों पर खड़े लोग हर-हर महादेव के जयकारे लगा रहे थे। यहाँ भारी संख्या में लोग इस पावन पल का साक्षी बनने के लिए काशी पहुंचे हैं। आप सभी को बता दें कि प्रधानमंत्री जब बाबा श्री काशी विश्वनाथ का अनुष्ठान करेंगे उस दौरान 51 बटुक वेदों का सस्वर पाठ करेंगे। कहा जा रहा है जल्द ही पीएम काशी विश्वनाथ धाम में प्रवेश करेंगे। यहाँ अनुष्ठान 22 मिनट में संपन्न हो जाएगा। वहीं मंगलाआरती के बाद वैदिक विद्वान चारों वेदों की ऋचाओं और मंत्रों का पारायण शुरू हो जाएगा।
आपको पता ही होगा गंगा तट से मंदिर के गर्भगृह तक बने काशी विश्वनाथ धाम का यह नया स्वरूप 241 साल दुनिया के सामने आ रहा है। इतिहासकारों का कहना है कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पर वर्ष 1194 से लेकर 1669 तक कई बार हमले हुए। साल 1777 से 1780 के बीच मराठा साम्राज्य की महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने मंदिर का जीर्णोद्धार कराया था। वहीं ढाई दशक बाद पीएम मोदी ने आठ मार्च 2019 को मंदिर के इस भव्य दरबार का शिलान्यास किया था।
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