नई दिल्लीः भारतीय ओलिंपिक संघ के मुखिया नरिंदर बत्रा ने अंतरराष्ट्रीय जिम्नास्टिक महासंघ को एक सख्त खत लिखा है। इसमे उन्होंने आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय महासंघ के अध्यक्ष सुधाकर शेट्टी की खेल में कोई रुचि नहीं है और उन्हें इस बात की जानकारी भी नहीं है कि अन्य अधिकारियों ने उनके ‘फर्जी’ हस्ताक्षर किए। आइओए चीफ ने अपने खत में कहा कि भारतीय जिम्नास्टिक संघ में सब कुछ सही नहीं है और यह दिखाने का प्रयास किया गया कि कानूनी रूप से सब कुछ ठीक है।
बत्रा ने साथ ही वैश्विक संस्था से अपील की कि वे जीएफआई के संचालन मुद्दे पर गौर करे. जीएफआई के चुनाव तीन नवंबर को होने हैं और पिछले कुछ समय से संस्था को गुटबाजी का सामना करना पड़ा है जिसमें विरोधी गुट ने देश में खेल के संचालन का अधिकार होने का दावा किया है। शेट्टी की अगुआई वाले गुट को एफआईजी से मान्यता हासिल है लेकिन खेल मंत्रालय और आईओए उसे मान्यता नहीं देता।
बत्रा ने एफआईजी अध्यक्ष मोरिनारी वतानाबे और महासचिव निकोलस बुओमपाने को लिखे पत्र में कहा, ‘12 महीने से भी अधिक समय पहले मुझे जीएफआई की स्थिति से अवगत कराया गया कि जीएफआई अध्यक्ष को बमुश्किल जानकारी है कि जीएफआई में क्या चल रहा है और उनके पास जीएफआई के लिए समय नहीं है.’ बत्रा ने अपने खत में लिखा, ‘मुझे सूचित किया गया है कि जीएफआई अध्यक्ष के नाम से भेजे गए पत्रों पर दीपक नाम के शख्स ने फर्जी दस्तखत किए हैं और उसके पास ईमेल के पासवर्ड भी हैं. एफआईजी और अन्य को भेजे ईमेल और पत्रों को भी वही भेजता है और पता चला था कि जीएफआई अध्यक्ष को शायद कई चीजों की जानकारी नहीं हो।
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