नई दिल्लीः भारतीय ओलिंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष नरिन्द्र ध्रुव बत्रा ने कॉमनवेल्थ गेम्स को लेकर बड़ा तीखा दिया है। उन्होंने इसे समय की बर्बादी करार देते हुए देश को इस गेम्स से हटने की सलाह दी है। बत्रा ने बताया कि भारत को उन बड़े इंटरनेशनल इवेंट में हिस्सा लेने पर ध्यान लगाना चाहिए, जहां प्रतियोगिता का स्तर बड़ा हो और ओलिंपिक की तैयारियां अच्छी हो सके. उन्होंने कहा कि वह इस प्रस्ताव को आईओए की कार्यकारी बैठक में रखेंगे, जो अगले माह में हो सकती है। अगर सदस्य इसे मजूंरी दे देते हैं तो ओलिंपिक बॉडी इसे सरकार के पास ले जाएगी और फिर बाद में कॉमनवेल्थ अध्यक्ष के पास, जब वह नवंबर में भारत के दौरे पर आएंगी।
उन्होंने कहा कि इन गेम्स का कोई स्तर नहीं है। उनके लिए यह वक्त और धन दोनों की बर्बादी है. हम लोग कॉमनवेल्थ गेम्स में 70 मेडल, 100 मेडल जीतते हैं, जबकि ओलिंपिक में हम दो पर ही रुक जाते हैं। एक अखबार से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कॉमनवेल्थ गेम्स का स्तर अधिक ऊपर नहीं हैं. यह रैंकिंग टूर्नामेंट भी नहीं हैं. तो आखिर क्यों समय की बर्बादी कर रहे हैं। हमें अच्छे कॉम्पिटिशन में जाना चाहिए और ओलिंपिक की तैयारी करनी चाहिए।
बता दें कि 2022 में होने वाले बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में शूटिंग को शामिल नहीं करने को लेकर आईओए ने 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स को बहिष्कार करने का प्रस्ताव रखा था। हालंकि अगले महीने कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन की अध्यक्ष लुसी मार्टिन और खेल मंत्री किरेन रिजिजू की मुलाकात होने वाली है। जिसमें इस मुद्दे का हल निकाले जाने की उम्मीद लगाई जा रही है।
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