नई दिल्ली: धरती पर एक और बड़ा खतरा मंडरा रहा है। गीजा के पिरामिड से दोगुना बड़ा एस्टेरॉयड (Asteroid) तेजी से पृथ्वी की ओर आ रहा है। यह 6 सितंबर को पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश करेगा। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA के वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है कि यह पृथ्वी के वायुमंडल से टकरा सकता है। भारतीय समय के मुताबिक यह 6 सितंबर को दोपहर 3 बजकर 30 मिनट पर पृथ्वी के वायुमंडल से टकरा सकता है।
इस एस्टेरॉयड का नाम अपोलो एस्टेरॉयड है। क्योंकि यह धरती की कक्षा को पार कर रहा है और यह पृथ्वी के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। वैसे वैज्ञानिक भाषा में इसका नाम है 465824 (2010FR)। वैज्ञानिकों ने इस खतरनाक एस्टेरॉयड को दस वर्ष पूर्व खोजा था। सेंटर फॉर नीयर अर्थ ऑब्जेक्टस (CNEOS) के वैज्ञानिक ने कहा है कि बाकी एस्टेरॉयड्स की तरह ये भी पृथ्वी के बगल से गुजर जाएगा। इससे धरती को कोई खतरा नहीं है, किन्तु नासा के वैज्ञानिकों ने खतरे की आशंका जाहिर की है।
465824 (2010FR) एस्टेरॉयड पृथ्वी की तरफ 50,533 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से बढ़ रहा है। यानी लगभग 14 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ़्तार। यह एस्टेरॉयड 270 मीटर (885.82 फीट) चौड़ा और 886 फीट लंबा है। यह इजिप्ट में स्थित गीजा के पिरामिड की तुलना में दोगुना बड़ा है। नासा के वैज्ञानिकों ने कहा है कि वैसे तो चिंता की बात नहीं है, क्योंकि ये एस्टोरॉयड धरती के साइड से भी गुजर सकता है। किन्तु इसके वायुमंडल में घुसकर निकलने की प्रक्रिया बेहद खतरनाक हो सकती है। धरती की गुरुत्वाकर्षण शक्ति में फंसकर यह धरती या फिर समुद्र में गिर भी सकता है।
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