वाशिंगटन : अमेरिका के सरकारी रक्षा संस्थान नेशनल एयरोनॉटिकल एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ने भारत के (ए-सैट) मिशन शक्ति को बेहद भयानक बताया है। उसका कहना है कि इसके कारण अतंरिक्ष में मलबे के 400 टुकड़े फैल गए हैं जिससे कि आनेवाले दिनों में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के अंतरिक्षयात्रियों के लिए बहुत खतरा पैदा हो गया है।
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इतने टुकड़ों की किया जा चूका है ट्रैक
जानकारी के लिए बता दें इस मिसाइल टेस्ट के जरिए भारत ने खुद को एक एडवांस अंतरिक्ष शक्ति के तौर पर स्थापित किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इसकी जानकारी देशवासियों को दी थी। उन्होंने बताया था कि भारत का यह एंटी-सैटेलाइट मिशन पूरी तरह से स्वदेशी है। वही नासा के मुखिया ब्रिडेनस्टाइन ने कहा कि सभी टुकड़े ट्रैक कर पाना संभव नहीं है। उन्होंने कहा, 'सभी टुकड़े इतने बड़े नहीं हैं जिन्हें कि ट्रैक किया जा सके। हमारी उनपर नजर है। बड़े टुकड़ों को ट्रैक किया जा रहा है। हम लोग 10 सेंटीमीटर (6 इंच) या उससे बड़े टुकड़ों की बात कर रहे हैं। अभी तक 60 टुकड़ों को ट्रैक किया जा चुका है। 24 टुकड़े अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन के बिंदु से ऊपर पहुंच चुके हैं।
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कुछ इस तरह पड़ेगा प्रभाव
इसी के साथ नासा प्रमुख ने कहा, 'यह एक भयानक और बेहद भयानक चीज है। इससे मलबा अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन से भी ऊपर जा रहा है। इस तरह की गतिविधि से आने वाले दिनों में मानव को अतंरिक्ष में भेजना बहुत मुश्किल हो जाएगा। यह अस्वीकार्य है और नासा को इसे लेकर स्पष्ट होने की जरूरत है कि इससे हमारे ऊपर क्या प्रभाव पड़ेगा।
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