न्यूयॉर्क: चंद्रमा की सतह की जांच के लिए भारत ने सोमवार को अपने महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट चंद्रयान-2 को सफलतापूर्वक लांच कर दिया। चंद्रयान-2 एक लंबी यात्रा के बाद सितंबर माह में चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो की इस कामयाबी पर अमेरिका अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एक चिढ़ाने वाला ट्वीट किया है। इसके बाद सोशल मीडिया पर नासा के इस 'अहंकार से भरे' और 'नीचा दिखाने वाले' ट्वीट के लिए आलोचना का सिलसिला आरंभ हो गया। अपनी आलोचना होती देख, मजबूरन नासा को सफाई देनी पड़ी।
इसरो की कामयाबी पर नासा ने अपने ट्वीट में लिखा कि, 'चंद्रमा के अध्ययन के लिए चंद्रयान-2 को लॉन्च करने पर इसरो को बधाई। हमें अपने डीप स्पेस नेटवर्क के माध्यम से आपके मिशन में सहयोग देने पर गर्व है। हम चंद्रमा के साउथ पोल से आपको मिलने वाली जानकारी को लेकर आशान्वित हैं, जहां हम अर्टेमिस मिशन के जरिए अगले कुछ वर्षों में अपना अंतरिक्ष यात्री भेजने वाले हैं।'
नासा के इस 'विवादित' ट्वीट के बाद ट्विटर पर कॉमेंट का सैलाब सा आ गया। केतन रामटेक ने लिखा कि, 'क्या नासा इसरो को नीचा दिखा रहा है या उसे बधाई दे रहा है? आपके मून मिशन के लिए आपको अग्रिम बधाई।' एक अन्य यूज़र प्रबल हजारिका ने लिखा कि, 'मुझे नासा के इस ट्वीट का टोन बिलकुल पसंद नहीं आया। नासा घमंडी और दूसरों को नीचा दिखाने वाला लग रहा है। इसरो की कामयाबी की प्रशंसा कीजिए। बधाई देने वाले ट्वीट में ही अपनी कामयाबी का गुणगान मत करिए।'
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