नासिक: महाराष्ट्र के नासिक सेंट्रल जेल से हाल ही में एक बड़ी खबर आई है। जी दरअसल यहाँ अपराध करने वाले हाथ अब कुछ ऐसा कमाल कर रहे हैं कि चर्चे पूरे सोशल मीडिया पर हो रहे हैं। मिली जानकारी के तहत अपराध करने वाले हाथ अब ईको फ्रेंडली गणेश की मनमोहक मूर्तियों का निर्माण कर रहे हैं। जी दरअसल नासिक रोड सेंट्रल जेल के कैदियों ने ऐसे 600-700 भगवान गणेश की मूर्तियों का निर्माण किया है। बताया जा रहा है कि मिट्टी और गोबर से बनी इन मूर्तियों को रंगने के लिए भी प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल हुआ है।
Maharashtra: Ahead of Ganesh Chaturthi, Nashik Road Central Jail inaugurated an exclusive store to sell 'shadu maati' (clay) Ganpatis made by inmates। "They make 600-700 eco-friendly Ganpatis every year। All of them have been pre-sold," said Superintendent Pramod Wagh (3।09) pic।twitter।com/TFZTJA8xDl
— ANI (@ANI) September 4, 2021
जी हाँ और इन मूर्तियों को जेल में बंद आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी बनाते हैं। नासिक सेंट्रल जेल में बंद कैदियों ने अपने हुनर को रंग-रूप दिया है। अब नासिक के ही एक स्पेशल स्टोर में इन मूर्तियों शामिल किया गया है। कौदियों के द्वारा बनाई गई गणेश की मूर्तियां देखकर किसी को यकीन नहीं हो रहा है। वहीँ इस बारे में जेल पुलिस अधीक्षक प्रमोद वाघ का कहना है, 'गणेश चतुर्थी से पहले नासिक रोड सेंट्रल जेल के कैदियों द्वारा बनाई गई ‘शादुमाटी ’मिट्टी से बनी मुर्ति बेचने के लिए एक स्पेशल स्टोर का उद्घाटन किया गया है। यहां पर कैदी हर साल ऐसे ही 600-700 इको फ्रेंडली गणपति बनाते हैं। ये सभी मूर्तियां गणेश चतुर्थी से पहले ही एडवांस में बेची जा चुकी है।'
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि 'जेल का मकसद कैदी को सजा देना ही नहीं है, बल्कि उन्हें सुधारना भी है।' वैसे वाकई में जेल ने कैदी को सजा नहीं दी बल्कि सुधार दिया है।
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