प्रधानमंत्री राहत कोष और मुख्यमंत्री राहत कोष कोरोना संक्रमण के कारण उत्पन्न होने वाले आर्थिक हालत से निपटने के लिए बनाए गए है. ताकि किसी प्रकार की विकट परिस्थिति में आर्थिक संकट न गहरा पाए. कई लोग दोनो राहत कोष में अपना योगदान दे रहे है. वही, अब तमिलनाडु में मुख्यमंत्री राहत कोष में एक चौथी क्लास के छात्र और उसकी बहन ने अपनी सभी बचत राशि को दान दिया है. बच्चों ने नगरपालिका प्रशासन मंत्री एसपी वेलुमणि को मंगलवार को कोयम्बटूर में मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए अपना योगदान दिया.
शराब की दुकान के बाहर टूटी भीड़, भरना पड़ेगी भारी भरकम 'कोरोना फीस'
संपूर्ण भारत में इस समय तीसरे चरण का लॉकडाउन लागू किया गया है. ताकि किसी भी तरह कोरोना प्रसार को रोका जा सके. यह लॉकडाउन 17 मई तक चलने वाला है. बता दे कि अबतक समूचे देश में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 1300 के पार पहुंच गया है वहीं सक्रमितों की संख्या 42 हजार के पार पहुंच गई है. तमिलनाडु मे भी कोरोना से आजाद नहीं है. यहां पर कोरोना से लोग काफी संख्या संक्रमित हैं. चीन से फैले इस वायरस का अभी तक कोई इलाज नहीं मिल पाया है.
इस राज्य में मिले एक ही दिन में 500 के पार कोरोना मरीज
आपकी जानकारी के लिए बात दे कि देश में महाराष्ट्र राज्य सबसे ज्यादा इस वायरस से प्रभावित है वहीं गोवा ऐसा पहला राज्य है जो कोरोना मुक्त कहलाने में पहला राज्य है. इसके बाद मणिपुर और त्रिपुरा शामिल है.
अब जनु में होगा भगवद्गीता पर सेमीनार, इससे पहले दी गई थी रामायण की शिक्षा