राष्ट्रीय दत्तक ग्रहण दिवस बच्चों के लिए ममता और मां की सूनी गोद में खुशियां भरने का दिन है। ये दिन खास है उन बच्चों के लिए जो अनाथलयों की चार दिवारी में अपनी दुनिया को ढूंढ रहे हैं, तो वहीं अचानक उनके लिए माता पिता का प्रेम की एक उम्मीदभरी किरण उनको मिल जाती है। जी हां हम बात कर रहे हैं, गोद लेने की उस परम्परा की, जो अभी से नहीं, बल्कि सदियों से चली आ रही है। भारतीयों के साथ विदेशी मेहमानों में भी इस परम्परा की ललक तेज हुई है। ऐसे माता पिता जिन्हें किसी कारणवश संतान सुख नहीं मिल पाता है, वे भारतीय बच्चों को गोद ले कर उनका पालन पोषण करते है।
राष्ट्रीय दत्तक दिवस वर्ष 2000 में राष्ट्रीय सहयोगियों के गठबंधन द्वारा शुरू किया गया था, जिसमें द अलायंस फॉर चिल्ड्रन राइट्स, चिल्ड्रन एक्शन नेटवर्क, फ्रेडी मैक फाउंडेशन और डेव थॉमस फाउंडेशन फॉर द एडॉप्शन शामिल थे। नवंबर 2000 में, नेशनल एडॉप्शन डे प्रायोजकों ने राष्ट्रव्यापी 9 क्षेत्रों में सैकड़ों पालक देखभाल गोद लेने को पूरा करने के लिए कानून फर्मों, राज्य पालक देखभाल एजेंसियों, बाल अधिवक्ताओं और अदालतों के साथ काम किया। नवंबर 2001 में 17 न्यायालयों ने राष्ट्रीय दत्तक ग्रहण दिवस में भाग लिया। 2002 में, केसी परिवार सेवा और दत्तक ग्रहण संस्थान पर कांग्रेस गठबंधन राष्ट्रीय दत्तक ग्रहण गठबंधन में शामिल हो गए, जिससे देश के 34 शहरों को 1,350 गोद लेने और अंतिम रूप से गोद लेने का जश्न मनाने में मदद मिली।
2003 तक 120 से अधिक न्यायालयों के तट पर स्थित न्यायालयों और सामुदायिक संगठनों ने 3,100 बच्चों को गोद लिया और उन्हें गोद लेने का जश्न मनाया। 2004 में अदालतों और सामुदायिक संगठनों ने राज्यों में 200 आयोजनों में 3,400 से अधिक बच्चों को गोद लेने की योजना को अंतिम रूप दिया। 2011 में पूरे अमेरिका में राष्ट्रीय दत्तक ग्रहण दिवस मनाया गया, कोलंबिया जिला और पर्टो रीको के रूप में 300 से अधिक कार्यक्रम पूरे देश में आयोजित किए गए, ताकि बच्चों को गोद लेने की देखभाल को अंतिम रूप दिया जा सके और सभी परिवारों को मनाया जा सके। कुल मिलाकर, 75,000 से अधिक बच्चों को राष्ट्रीय दत्तक दिवस पर पालक देखभाल से अपनाया गया है। परंपरागत रूप से नेशनल अडॉप्शन डे को थैंक्सगिविंग डे से पहले मनाया जाता है।
ओडिशा सरकार ने की 11200 करोड़ रुपये के अनुपूरक बजट की घोषणा
ओडिशा के मुख्यमंत्री पटनायक ने एमएसएमई क्षेत्रों के लिए 11 ऑनलाइन सेवाओं का किया शुभारंभ
तमिलनाडु में 200 प्रतिभागियों के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों की होगी अनुमति