पणजी: यदि आप गोवा जाकर अपनी छुट्टियों का मजा लेने कि योजना बना रहे हैं, तो फिलहाल इस पर रोक लगा दें. गोवा में निरंतर बढ़ रहे कोरोना वायरस के केसों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने रूल्स को सख्त कर दिया है. प्रदेश सरकार की तरफ से जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार, गोवा पहुंचने वाले सभी लोगों को अब चौदह दिन तक होम क्वारंटाइन या अपने खर्च पर इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन पर रहना पड़ेगा. नए दिशा-निर्देशों में बोला गया है कि गोवा आने वाले सभी पैसेंजर की थर्मल स्क्रीनिंग जरूरी होगी और सिम्टोमैटिक जनों की कोरोना टेस्ट भी कराया जाएगा.
सरकार कि तरफ से जारी किए गए नए दिशा-निर्देशों के अनुसार, सिम्टोमैटिक यात्रियों को इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में रहना पड़ेगा. यही नहीं इस दौरान सारे खर्च को भी खुद ही वहन करना पड़ेगा. हां उन लोगों को आने की इजाजत होगी जिनके पास कोरोना पड़ताल का निगेटिव सर्टिफिकेट होगा. यह सर्टिफिकेट आइसीएमआर द्वारा प्रमाणित लैब का होना जरुरी है. कोरोना जांच रिपोर्ट भी 48 घंटे के अंदर की होनी चाहिए. यात्रियों के स्वैब टेस्ट के लिए सरकार की तरफ से ऑफिसियल फीस 2 हजार रुपये रखी गई है.
बता दें कि यात्रियों के लिए होटल की अग्रिम बुकिंग भी जरुरी होगी. यह गोवा में रहने की समयावधि के दौरान कभी भी चेक की जा सकेगी. जिन यात्रियों के पास कोरोना पड़ताल का निगेटिव प्रमाण पत्र होगा उन्हें गोवा में चलकर होटल बुक करने की छूट होगी. इसका अर्थ है कि ऐसे लोग गोवा में आ-जाकर होटल की बुकिंग कर पाएंगे. साथ ही यात्रियों को आरोग्य सेतु ऐप भी डाउनलोड करना जरूरी होगा.
गोवा पहुंचने वाले सभी यात्रियों को 14 दिन होम क्वारंटाइन या अपने खर्च पर इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन रहना होगा। #COVID19 pic.twitter.com/PlgovyvF4D
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 5, 2020
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